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एनडीआरएफ और ओड्राफ की टीमें सक्रिय
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सड़कों पर आवागमन सुचारी रखने का प्रयश तेज, मोबाइल-इंटरनेट सेवा जारी
गोविंद राठी, बालेश्वर/भुवनेश्वर
भीषण चक्रवात यश ने आते-जाते बालेश्वर में हरिलायी को अपयश दे गया है. हर गली, हर सड़क पर चक्रवात के कारण पेड़-पौधे गिरे पड़े हैं. शहर के विद्यालय की दीवार को एक पेड़ गिरने से क्षति पहुंची है. रास्तों पर काफी संख्या में पेड़ गिरे हुए हैं. इनके हटाकर आवागमन को बहाल करने का प्रयश युद्ध स्तर पर चल रहा है. एनडीआरएफ और ओड्राफ की टीमें गिरे पेड़ों को काट-काटकर हटा रही हैं. डीआरडीओ, चांदीपुर के रास्ते में असंख्य पेड़ गिरे हुए हैं. इस हरियाली को लौटने में अब सालों लगेंगे.
प्रशासन बिजली सेवा को तत्काल प्रभाव से बहाल में जुटा है. इधर, भुवनेश्वर में विशेष राहत आयुक्त प्रदीप कुमार जेना ने कहा कि लैंडफाल की प्रक्रिया चार घंटे तक चली और बालेश्वर के ऊपर से गुजरने के बाद चक्रवात मयूरभंज जिले की निकल गया. यश ने सुबह 9 बजे बालेश्वर शहर और धामरा के बीच रेमुना सदर ब्लॉक के पास लैंडफॉल किया. चक्रवात ने सबसे अधिक नुकसान नीलगिरि क्षेत्र में किया है, जहां असंख्य पेड़ उखड़ गए हैं.
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बारिश से बालेश्वर और भद्रक जिले में समुद्र तट के करीब कुछ क्षेत्रों में अचानक बाढ़ आ गयी है. मयूरभंज जिले पर बारिश और तेज हवाओं के भी बड़ा असर की खबर है.
152713 लोग सुरक्षित स्थानों पर भेजे गये
बालेश्वर में चक्रवात यश के प्रभाव से बचाने के लिए 152713 लोगों को 1559 आश्रयस्थलों में रखा गया है. बालेश्वर जिले के 14 प्रखंडों को निकायों में बनाये गये 1559 आश्रयस्थलों में इनको रखा गया है, जहां पर 1136 में निःशुल्क किचन की व्यवस्था की गयी है.
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मोबाइल और इंटरनेट सेवा पर असर नहीं
चक्रवात के कारण बालेश्वर में इंटरनेट और मोबाइल सेवा पर कुछ खास असर नहीं पड़ा है. शहर में नेटवर्क ठीक-ठाक काम करने ले उपभोक्ताओं को किसी प्रकार से परेशानी का सामना नहीं करना पड़ा.