भुवनेश्वर. कंपनी ने अपने 72 संचालन इकाइयों में 70,000 से अधिक कर्मचारियों, श्रमिकों और उनके परिवार के सदस्यों का टीकाकरण किया है. कोविद-19 की दूसरी लहर ने देश और सुंदरगढ़ जिले में तबाही मचाई, जो ओडिशा के सबसे प्रभावित जिलों में से एक है. सुंदरगढ़ जिले में संचालित इस दुलंगा कोयला खनन परियोजना के बीच कोविद मामलों में बड़ा उछाल आया है. संक्रामक वायरस के प्रसार को रोकने के लिए, एनटीपीसी दुलंगा कोल माइनिंग प्रोजेक्ट ने 12 मई, 2021 को आर एंड आर कॉलोनी में स्थित अपने प्राथमिक हीथ सेंटर में 45+ आयु वर्ग के व्यक्तियों के लिए टीकाकरण कार्यक्रम आयोजित करने की पहल की.
इस शिविर में मुख्य रूप से माइनिंग डेवलपर और ऑपरेटर (एमडीओ) और स्थानीय परियोजना के श्रमिकों ने ग्रामीणों और संविदाकर्मियों जैसे कि दरलीपल्ली सुपर थर्मल पावर प्रोजेक्ट, सुंदरगढ़ की सुरक्षा और खानपान कर्मचारियों को टीका लगाया गया था. टीकाकरण अभियान के दौरान, 55 लाभार्थियों को टीका लगाया गया था, परियोजना ने 500 मानव शक्ति की गिनती का टीकाकरण करने का लक्ष्य रखा है. जिसमें से 45+ उम्र के 200 ठेका मजदूरों को प्राथमिकता पर कवर किया जा रहा है.
जिला प्रशासन और सीडीएमओ, सुंदरगढ़ के सहयोग से समूह महाप्रबंधक, सीआर ब्रारिक के कुशल मार्गदर्शन में यह पहल की गई. टीकाकरण अभियान कार्यक्रम परियोजना प्रभावित लोगों (पीएपी), अनुबंध मजदूरों आदि को कवर करना जारी रखेगा, क्योंकि एनटीपीसी दुलंगा इस महामारी की स्थिति में सुरक्षित कार्य वातावरण प्रदान करने के लिए प्रतिबद्ध है.
संबंधित राज्य प्रशासन के साथ समन्वय में एनटीपीसी स्टेशनों पर टीकाकरण अभियान चलाया गया है, यह सुनिश्चित किया गया है कि इसके सीमावर्ती कर्मचारी, 60 वर्ष से अधिक के वर्तमान और सेवानिवृत्त कर्मचारी और 45 वर्ष से अधिक के कर्मचारियों को प्राथमिकता पर टीका लगाया जाए. अब तक एनटीपीसी ने अपने परिचालन में 70,000 से अधिक कर्मचारियों, श्रमिकों और उनके परिवार के सदस्यों का टीकाकरण किया है.
कंपनी का लक्ष्य सभी योग्य कर्मचारियों और उनके आश्रितों को वैक्सीन के संरक्षण में शामिल करना है. टीकाकरण अभियान एनटीपीसी के 72 स्थानों पर चल रहा है, जिसमें जेवी और सहायक कंपनियां शामिल हैं.