भुवनेश्वर. अन्तर्राष्ट्रीय आर्ट आफ गिविंग सप्ताहः2021 को भुवनेश्वर में अपनी ओर से आयोजित करनेवाले अशोक पाण्डेय ने 16 मई को स्थानीय यूनिट-3, राममंदिर जाकर अन्तर्राष्ट्रीय आर्ट आफ गिविंग सप्ताहः2021 के 8वें दिन मुख्य पुजारी पण्डित महारुद्र झा को कोरोनाकाल में उपयोग में आनेवाली अनेक उपयोगी सामग्रियां सादर भेंट की. पाण्डेय ने सबसे पहले पण्डित महारुद्र झा का हार्दिक अभिवादन उन्हें मास्क, अंगवस्त्र, आम तथा प्रोफेसर अच्युत सामंत सांसद के फोटोवाली डायरी आदि भेंट कर किया. अपने आशीर्वाद में पण्डित महारुद्र झा ने वैश्विक महामारी कोरोना संक्रमण जैसे विपत्ति काल में धीरजधारण करने की सलाह दी तथा दो गज की दूरी तथा मास्क है जरुरी वाली बात का सदा ख्याल रखने को कहा.
इस दौरान पण्डित महारुद्र झा ने बताया कि प्रोफेसर अच्युत सामंत को आज दुनिया में कौन नहीं जानता है. वे ओडिशा की धरती के ऐसे लाल हैं जिनको पूरी दुनिया सलाम करती है. उनके द्वारा भुवनेश्वर में स्थापित कीट-कीस-कीम्स ओडिशा के अकर्षण के मुख्य केन्द्र बन चुके हैं. प्रोफेसर अच्युत सामंत आज के विदेह संत हैं, जिनकी स्वर्गीय मां नीलिमारानी सामंत नारी समाज की आदर्श थीं, जिन्होंने अच्युत सामंत जैसे धरती के लाल को जन्म दिया.
इस दौरान अशोक पाण्डेय ने कहा कि सच कहूं तो प्रोफेसर अच्युत सामंत गरीबों के जीवित मसीहा हैं. विश्व के महान शिक्षाविद् हैं. एक निःस्वार्थी लोकसेवक हैं. अपने इष्टदेव रामजी से उनके उत्तम स्वास्थ्य की मंगल कामना करते हुए मैं उनके शतायु होने,यशस्वी होने तथा जन-जन के प्रिय नेता होने की प्रार्थना रामजी से करता हूं. मैं भी अन्तर्राष्ट्रीय आर्ट आफ गिविंग का दिल से समर्थन करता हूं. उल्लेखनीय है कि 17 मई, 2013 को कीट-कीस के संस्थापक तथा कंधमाल लोकसभा सांसद प्रोफेसर अच्युत सामंत ने अपने वास्तविक जीवन दर्शन आर्ट आफ गिविंग का आरंभ किया था, जिसे पूरी दुनिया ने पसंद किया. आज दुनिया के लगभग 120 देशों के लाखों युवा इसे अपनी ओर से हर साल मना रहे हैं. 2021 का अन्तर्राष्ट्रीय आर्ट आफ गिविंग सप्ताह का थिम है-मेरी अपनी मां,मेरे लिए भाग्यविधाता.