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रोगी और सेवा देने वाले सदस्यों को दो मास्क पहनने की सलाह
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कोरोना से बचने के लिए घरों में मास्क पहनना जरूरी – डा निबेदिता पाणि
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सर्जीकल मास्क को दूबारा नहीं पहनने
हेमन्त कुमार तिवारी, भुवनेश्वर
कोरोना के बढ़ते संक्रमण के बीच एससीबी मेडिकल कॉलेज और अस्पताल के एनेस्थीसिया विभाग की प्रोफेसर और एचओडी डॉ निबेदिता पाणि ने सलाह दी है कि घरेलू संगरोध के मामले में सभी सदस्यों को मास्क ठीक से पहनने की जरूरत है. इस दौरान रोगी और उनको दवा-पानी और भोजन देने वाले सदस्यों को दोहरा मास्क पहनने की जरूरत है. उन्होंने कहा कि कोरोना से बचने के लिए घरों में अन्य कपड़ों की तरह मास्क पहनने की आदत हमें डालने की जरूरत है. साथ ही डाक्टर पाणि ने सर्जीकल मास्क को दूबारा नहीं पहनने की सलाह दी है. उन्होंने कहा कि काटन मास्क को आप साबुन से धोकर दूबारा प्रयोग कर सकते हैं. एन-95 मास्क अन्य मास्क से बेहतर है. उन्होंने बताया कि मास्क को ठीक से नहीं पहनने पर कोई फायदा नहीं होगा.
साथ ही उन्होंने कहा कि मास्क पहनने से पहले और निकालने के बाद हाथ को सेनिटाइज जरूर करें. मास्क को कभी सामने से पकड़कर नहीं निकालें. इसके लिए उन्होंने कान से रस्सियों को पकड़कर मास्क निकालने की सलाह उन्होंने दी है. उन्होंने कहा कि मास्क एक श्वसन सुरक्षा उपकरण है, जो पहनने वालों को हवा में फैले कणों से बचाता है. इस साल, कोविद-19 महामारी की दूसरी लहर के बीच वायरस का नए स्वरूप हवा में काफी समय तक रह सकता है.
इसलिए हमारे लिए घर से बाहर निकलते समय अनिवार्य रूप से मास्क पहनना बहुत जरूरी है. उन्होंने कहा कि एक व्यक्ति तब संक्रमित हो सकता है जब एयरोसोल्स या बूंदों में वायरस होते हैं या सीधे आंखों, नाक या मुंह के संपर्क में आते हैं. एयरोसोल तब उत्पन्न होते हैं जब गहरी सांस लेने, खांसने और छींकने से वायरस युक्त श्वसन कणों का एक समूह निकलता है.
उन्होंने कहा कि हमें यह सुनिश्चित करना चाहिए कि मास्क पूरी तरह से नाक और मुंह को कवर करे. मास्क पहनने से पहले हाथ धोएं और ईयरलोब से मास्क का लूप खोलें. मास्क हटाने के बाद हाथ धोएं. होम आइसोलेशन का मरीज है तो बेहतर सुरक्षा के लिए दो मास्क पहनें. मास्क इस जानलेवा वायरस से हमारी रक्षा कर सकते हैं. सुनिश्चित करें कि परिवार में हर कोई मास्क पहने.