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भद्रक में लॉकडाउन के दौरान गुस्से में लोगों ने तहसीलदार पर किया पथराव

  • गैरजरूरी दुकान खुलने की सूचना पर गये थे जांच करने

भद्रक. अब जिले के बासुदेवपुर क्षेत्र में स्थानीय तहसीलदार गुस्साए लोगों के गुस्से का शिकार हुए. लोगों ने गुस्से में तहसीलदार पर पथराव किया और चलते बने. बताया जाता है कि लॉकडाउन के दौरान बासुदेवपुर क्षेत्र में कोविद के मानदंडों के उल्लंघन की सूचना पर यह तहसीलदार जांच करने पहुंचे थे. सूत्रों ने बताया कि स्थानीय तहसीलदार सोम्यश्री पाणिग्राही बुधवार शाम को प्रवर्तन ड्यूटी के दौरान कुमारपुर पंचायत के एक बाजार का निरीक्षण करने गए थे. कर्फ्यू की अवधि के दौरान किसी भी गैरजरूरी आउटलेट्स के खोलने पर पाबंदी है, लेकिन लॉकडाउन के दौरान बाजार में एक कपड़ा दुकान खुली पाई गई. सूचना के मुताबिक, अधिकारी तुरंत हरकत में आए और दुकान पर छापा मारा. बाद में उन्होंने कोविद के दिशा-निर्देशों के उल्लंघन के लिए पुलिस की मदद से प्रतिष्ठान को सील कर दिया.

छापेमारी के समय कुछ लोगों ने कथित रूप से पीछे से उन पर पथराव किया और मौके से भाग गए. हालांकि पाणिग्राही ने इसे अनसुना कर दिया, लेकिन उनका सरकारी वाहन पथराव में क्षतिग्रस्त हो गया.

पाणिग्राही ने कहा कि कुछ हमलावरों ने हमें रोकने के लिए कानून को अपने हाथ में ले लिया. प्रवर्तन अधिकारियों को सार्वजनिक गुस्से का सामना करना पड़ रहा है, क्योंकि प्रशासन ने कानून तोड़ने वालों के खिलाफ कड़ा कदम उठाना शुरू कर दिया है. लॉकडाउन के दौरान खुली हुई दुकानों को सील किया जा रहा है. अन्य उल्लंघनकर्ताओं से भी सख्ती से निपटा जा रहा है. बिना किसी वैध कारण के सार्वजनिक स्थानों पर घूमने वालों पर जुर्माना लगाया जा रहा है. इसलिए इस प्रकार की प्रशासनिक कार्रवाई से कुछ उल्लंघनकर्ताओं को परेशानी होती है. इलाके में लॉकडाउन प्रतिबंध सख्ती से लागू किया जा रहा है. उन्होंने लोगों से अनुरोध किया है कि लॉकडाउन को सफल बनाने के लिए सरकार के साथ सहयोग करें. पाणिग्राही ने इस संबंध में पुलिस में शिकायत दर्ज कराई है, जिसके बाद पुलिस ने मामला दर्ज किया और हमलावरों को पकड़ने के लिए एक जांच शुरू की.

उल्लेखनीय है कि यह राज्य में अकेला मामला नहीं है, जब प्रवर्तन ड्यूटी के दौरान अधिकारियों पर हमला किया गया है.

इससे पहले कोविद-19 के मानदंडों को लागू करते समय बालेश्वर जिले के हिंजिली गांव में लोगों के एक समूह ने एक महिला तहसीलदार पर हमला किया था. यहां तहसीलदार अनामिका सिंह को एक अंतिम संस्कार कार्यक्रम में छापा मारने के लिए हमले का सामना करना पड़ा था. यहां लॉकडाउन नियमों का उल्लंघन करते हुए सैकड़ों लोगों के लिए एक सामुदायिक दावत का आयोजन किया गया था.

सात मई को गजपति जिले में आर उदयगिरि के तहसीलदार स्मृतीरंजन सतपथी के साथ कुछ पुलिसकर्मियों पर भीड़ ने उस समय हमला किया, जब वे इलाके में एक शादी समारोह में छापा मारने गये थे.

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