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लोकतंत्र में अद्भुत मिसाल कायम कर रहा है ओडिशा
हेमन्त कुमार तिवारी, भुवनेश्वर
संकटग्रस्त प्राणों को बचाने में संजीवनी बने ओडिशा के आक्सीजन को समय पर अन्य राज्यों में पहुंचाने में जुटी ओडिशा की पुलिस भगवान हनुमान की भूमिका में दिख रही है. अब तक विशेष कारिडोर जरिए ओडिशा के राउरकेला, जाजपुर, ढेंकानाल और अनुगूल जिलों से अब तक अन्य राज्यों के लिए 7722.756 एमटी मेडिकल ऑक्सीजन ले जाने वाले कुल 421 टैंकरों और कंटेनरों को सही समय से निकाला गया है.
अनुगूल से 44 टैंकर (33.202 एमटी), ढेंकानाल से 102 (1602.32 एमटी), जाजपुर से 101 (2106.312 एमटी) तथा राउरकेला से 174 (3280.922 एमटी) टैंकर आक्सीजन लेकर भेजे गये हैं.
इसके अलावा, आंध्र प्रदेश को 2554.904 मीट्रिक टन ऑक्सीजन लेकर 125 टैंकर भेजे गए हैं तथा 1875.019 मीट्रिक टन ऑक्सीजन वाले 111 टैंकर तेलंगाना भेजे गए हैं. तमिलनाडु को 202.04 मीट्रिक टन मेडिकल ऑक्सीजन से भरे 10 टैंकर भेजे गये हैं.
इसी तरह, हरियाणा को ऑक्सीजन 1053.462 मीट्रिक टन से भरे 59 टैंकर मिले हैं. 388.68 मीट्रिक टन ऑक्सीजन वाले 22 टैंकर महाराष्ट्र भेजे गए हैं. 274.461 मीट्रिक टन ऑक्सीजन से भरे 18 टैंकर छत्तीसगढ़ रवाना हुए हैं.
लगभग 32 टैंकर उत्तर प्रदेश में लगभग 588.49 मीट्रिक टन ऑक्सीजन ले गए हैं और 656.78 मीट्रिक टन ऑक्सीजन वाले 38 टैंकर मध्य प्रदेश भेजे गए. 70.7 मीट्रिक टन ऑक्सीजन वाले 4 टैंकर दिल्ली भेजे गए और 2 टैंकर 58.22 मीट्रिक टन आक्सीजन के साथ पंजाब में भेजे गये हैं. ओडिशा से यह संजीवनी पिछले 16 दिनों में भेजी गयी है.
ओडिशा के मुख्यमंत्री नवीन पटनायक के निर्देश के आधार पर नोडल अधिकारी एडीजी (एल एंड ओ) वाईके जेठवा के नेतृत्व में एक विशेष प्रकोष्ठ का गठन किया गया था. इस टीम को समय से लोडिंग और आक्सीजन को समय पर निर्धारित स्थान पर पहुंचाने की जिम्मेदारी सौंपी गयी थी. इसके लिए चौबीसों घंटे निगरानी के साथ एक समर्पित कॉरिडोर स्थापित किया गया. जिले के संबंधित वरिष्ठ पुलिस अधिकारी अपने क्षेत्राधिकार क्षेत्र में व्यक्तिगत रूप से इन वाहनों के आवागमन की निगरानी कर रहे हैं. ओडिशा पुलिस आक्सीजन की निर्बाध आपूर्ति के लिए ओडिशा पुलिस दिनरात एक कर दी है. साथ ही यह सुनिश्चित करने के लिए प्रतिबद्ध है कि यूपी, एमपी, हरियाणा, महाराष्ट्र, आंध्र प्रदेश, तेलंगाना, तमिलनाडु, पंजाब, दिल्ली और अन्य जरूरतमंद राज्यों में हजारों जरूरतमंद मरीजों की त्वरित सेवा के लिए आक्सीजन की लोडिंग और परिवहन में कोई देरी न हो.