ब्रह्मपुर. गंजाम जिले में लॉकअप में यातना के कारण एक युवक की मौत होने का मामला प्रकाश में आया है. इस घटना के खिलाफ परिवार के सदस्यों ने शुक्रवार रात सोरड़ा पुलिस थाने के सामने धरना दिया. मृत युवक की पहचान सोरड़ा पुलिस सीमा के तहत कैंथापल्ली साही निवासी लोकनाथ मुनि के पुत्र अनिल मुनि के रूप में बतायी गयी है. परिवार के सदस्यों ने आरोप लगाया है कि युवक को तीन दिन पहले एक लड़की के अपहरण के मामले में गिरफ्तार किया गया था. जब पुलिस को उसके खिलाफ पर्याप्त सबूत नहीं मिले, तो अनिल को कल शाम रिहा कर दिया गया, लेकिन घर पहुंचने के तुरंत बाद उनका निधन हो गया.
बताया गया है कि अनिल का एक लड़की के साथ संबंध था. बताया जाता है कि दोनों फरार हो गये थे. इसके बाद लड़की के परिवार के सदस्यों ने सोरडा पुलिस स्टेशन में एक शिकायत की. इसके बाद तीन दिन पहले पुलिस ने उसे हिरासत में लिया था और लड़की को उसके परिवार को सौंप दिया गया था.
कल जब लड़की ने अपने बयान में बताया कि उसने स्वेच्छा से अपना घर छोड़ दिया था, क्योंकि वह अनिल के साथ प्यार करती है. इसके बाद में उसे तुरंत उसके परिवार के सदस्यों को सौंप दिया गया.
अनिल की मौत के लिए पुलिस को जिम्मेदार ठहराते हुए स्थानीय लोगों और उनके परिवार के सदस्यों ने उनके शव को सड़क पर रखकर थाने के बाहर धरना दिया.
अनिल के परिवार के एक सदस्य ने आरोप लगाया कि उसे पिछले तीन दिनों से पुलिस हिरासत में प्रताड़ित किया गया और पीटा गया. जब वह घर आया, तो हमने उसके पूरे शरीर पर चोट के निशान देखे और दवाई लगाई, लेकिन उसने दम तोड़ दिया.
सोरडा पुलिस स्टेशन इंस्पेक्टर-इन-चार्ज के हस्तक्षेप के बाद आंदोलनकारियों ने अपना धरना वापस लिया और अनिल का शव पोस्टमार्टम के लिए ब्रह्मपुर के एमकेसीजी मेडिकल कॉलेज और अस्पताल भेज दिया गया.
शव के पोस्टमार्टम की रिपोर्ट के बाद ही अनिल की मौत के सही कारण का पता चल पायेगा. हालांकि, सोरडा पुलिस स्टेशन आईआईसी ने इस घटना के संबंध में अभी तक कोई टिप्पड़ी नहीं दी है. मामले की जांच जारी है.