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कुल स्थानीय संक्रमण का बड़ा हिस्सा मिल रहा है राजधानी में
हेमन्त कुमार तिवारी, भुवनेश्वर
कोरोना की दूसरी लहर में तांडव के बीच अगर अब भी आप लापरवाही बरत रहे हैं तो सावधान हो जाइए और खासकर ओडिशा की राजधानी भुवनेश्वर में. जी हां, राजधानी भुवनेश्वर में कोरोना का स्थानीय संक्रमण काफी तेजी से फैल रहा है और आलम यह है कि भुवनेश्वर स्थानीय संक्रमण के मामले राज्य में शीर्ष पर पहुंच गया है. इस बात का खुलासा राज्य सरकार के सूचना और जनसंपर्क विभाग तथा भुवनेश्वर नगर निगम के आंकड़ों के विश्लेषण से हुआ है. 22 अप्रैल को ओडिशा में जहां स्थानीय संक्रमण की संख्या 2589 थी, वहीं भुवनेश्वर में 460 थी. 21 अप्रैल को राज्य में जहां कुल स्थानीय संक्रमण का आंकड़ा 2037 था, वहीं भुवनेश्वर में 388 था. 20 अप्रैल को जहां पूरे प्रदेश में कुल स्थानीय संक्रमण 1976 था, वहीं राजधानी में 470 था. 19 अप्रैल को राज्य में स्थानीय संक्रमण 1871 था, वहीं राजधानी में यह आंकड़ा 386 था. 18 अप्रैल को राज्य में स्थानीय संक्रमण संख्या 1537 थी, वहीं भुवनेश्वर में यह संख्या 290 थी. 17 अप्रैल को राज्य में स्थानीय संक्रमण 1321 था, वहीं भुवनेश्वर में यह आंकड़ा 360 था. 16 अप्रैल को राज्य में जहां स्थानीय संक्रमण की संख्या 1302 थी, वहीं राजधानी भुवनेश्वर में यह संख्या 245 थी. 15 अप्रैल को राज्य में कोरोना का स्थानीय संक्रमण 1256 था, वहीं यह संख्या भुवनेश्वर में 270 थी. 14 अप्रैल को राज्य में स्थानीय संक्रमण की संख्या 953 थी, वहीं राजधानी भुवनेश्वर में यह संख्या 238 थी. 13 अप्रैल को राज्य में कोरोना का स्थानीय संक्रमण जहां 749 था, वहीं राजधानी में यह आंकड़ा 146 था. इन आंकड़ों को गौर करने पर पता चलता है कि कुल स्थानीय संक्रमण का लगभग 20 फीसदी मामले राजधानी भुवनेश्वर में पाये गये हैं.
स्थानीय संक्रमण के मामले कोरोना रोगियों के संपर्क में आने वालों का मामला होता है. इस श्रेणी के रोगी या तो सीधे तौर कोरोना मरीज के संपर्क में आता है या जाने-जाने भीड़-भाड़ की जगह पर कोरोना की चपेट में आता है.
उल्लेखनीय है कि 22 अप्रैल को राजधानी क्षेत्र में कोरोना ने लंबी छलांग लगायी थी. भुवनेश्वर नगर निगम क्षेत्र के दायरे में 590 कोरोना पाजिटिव मामलों की पुष्टि हुई थी. इनमें से संगरोध केंद्र से 130 मामले और स्थानीय संक्रमण के 460 मामले शामिल थे. एक कोरोना संक्रमित की मौत भी हुई थी.