भुवनेश्वर. पिपिलि विधानसभा सीट पर होने वाले उपचुनाव में अश्रित पटनायक भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के उम्मीदवार होंगे. भाजपा प्रत्याशी पटनायक 2019 के चुनाव में अपने निकटतम बीजद प्रतिद्वंद्वी प्रदीप महारथी से 15,000 से अधिक मतों के अंतर से हार गए थे. अश्रित को 72,731 वोट मिले थे. 2014 के चुनावों में अश्रित ने एक निर्दलीय के रूप में चुनाव लड़ा था और 18,000 वोट हासिल किया था. मीडिया से बात करते हुए अश्रित कहा कि मैं उपचुनाव के लिए पार्टी के उम्मीदवार के रूप में नामित करने के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, गृह मंत्री अमित शाह, राज्य अध्यक्ष समीर मोहंती, केंद्रीय मंत्री धर्मेंद्र प्रधान और अन्य पार्टी नेताओं को धन्यवाद देना चाहता हूं. पिपिलि बीजद का गढ़ होने के बावजूद उन्होंने दावा किया कि पिपिलि और डेलांग के मतदाता आने वाले दिनों में इतिहास रचेंगे. उल्लेखनीय है कि सत्तारूढ़ बीजद और अन्य दलों ने अभी तक अपने प्रत्याशी के नामों की घोषणा नहीं की है. यहां 17 अप्रैल को उपचुनाव होने वाले हैं. संभावना जतायी जा रही है कि बीजद दिग्गज नेता प्रदीप महारथी की पत्नी या बेटे या तो मैदान में उतार सकती है. हालांकि, विधानसभा निर्वाचन क्षेत्र के लिए बीजद के चुनाव पर्यवेक्षक प्रताप केशरी देव ने कहा कि पार्टी सुप्रीमो नवीन पटनायक टिकट आवंटन पर अंतिम निर्णय लेंगे.
इधर, उपचुनाव के लिए उम्मीदवार के चयन पर कांग्रेस की तरफ से तीन नाम सामने आ रहे हैं. गुरुवार को ओडिशा प्रदेश कांग्रेस कमेटी के प्रमुख निरंजन पटनायक ने कहा था कि सीट के लिए अजीत मंगराज, पूर्ण स्वाईं और निशिकांत मिश्र सामने हैं. इनमें से एक को चुना जाएगा. हमने एआईसीसी को रिपोर्ट सौंप दी है और उम्मीदवार का चयन 30 मार्च से पहले कर लिया जायेगा.
हालांही में राज्य के मुख्य निर्वाचन अधिकारी द्वारा जारी अधिसूचना के अनुसार, मतदान 17 अप्रैल को सुबह 7 बजे से शाम 6 बजे तक होगा. मतों की गिनती और परिणामों की घोषणा 2 मई को होगी.