भुवनेश्वर. ओडिशा में रेत, पत्थर व मोरम से राज्य सरकार को जितना राजस्व मिलना चाहिए, उतना नहीं मिल रहा है. यह चिंता का विषय है, इससे राज्य की तिजोरी को काफी राजस्व की हानि हो रही है. प्रतिपक्ष के नेता प्रदीप्त नायक ने शून्यकाल में इस बात को लेकर चिंता व्यक्त की.उन्होंने कहा कि कहां पर कितना बालू, पत्थर व मोरम है, इसका आकलन किया जाना चाहिए, लेकिन दुर्भाग्य की बात है. इसका भी आकलन नहीं किया जा रहा है. नायक ने कहा कि राजधानी भुवनेश्वर-कटक के आसपास अनेक नदियां हैं. काफी मोरम खदानें भी हैं. वहां धड़ल्ले से बालू और मोरम उठाया जा रहा है. सरकार को इसके बाबत 10 हजार करोड़ रुपये का राजस्व की प्राप्ति होनी चाहिए थी, लेकिन मात्र 200 करोड़ रुपये राज्य सरकार के खजाने में आ रहा है. बिना लाइसेंस के सैकड़ों ट्रकों के जरिए बाल उठाया जा रहा है. स्थानीय अधिकारी कर्मचारियों का भी सहयोग है. सरकार को चाहिए कि वह इस पर गंभीरता से ध्यान दें.
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