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सिलसिलेवार तरीके से हुई थी छह हाथियों की मौत
संबलपुृर। जंगली हाथियों को सुरक्षा देने में नाकाम रहे संबलपुर सदर फॉरेस्ट रेंजर गौरीशंकर दास को नौकरी से निलंबित कर दिया है। प्रदेश सरकार की ओर से विधिवत तरीके से इस व्यवस्था को सार्वजनिक किया गया है। गौरतलब है कि वर्ष जनवरी 2019 से लेकर जनवरी 2021 के बीच संबलपुर जिला में विभिन्न घटनाओं में छह हाथियो की हृदयविदारक मौत हो गई। 6 दिसंबर 2020 को जुजुमुरा के गडग़ड़बाहाल गांव के पास भुवनेश्वर-राउरकेला इंटरसिटी एक्सप्रेस के चपेट में आकर एक हाथी की मौत हो गई। इसके बाद इलाके में वन अधिकारियों द्वारा रात्रि पेट्रोलिंग की व्यवस्था नहीं की गई। दूसरी ओर डियुटी के दौरान कुछ वन अधिकारियों को अनुपस्थित पाया गया। इसी दौरान 21 दिसंबर 2020 हातीबारी रेलवे स्टेशन के पास पुरी-सूरत एक्सप्रेस ट्रेन की चपेट में आकर एक और हाथी की मौत हो गई। जनवरी-2021 में कंसर गांव के पास बिजली तार की चपेट में आकर एक मादा हाथी की मौत हो गई।
सिलसिलेवार तरीके से हाथियों की मौत का मामला उजागर होने के बा वन विभाग के अधिकारी होश में आए। प्रिंसीपल चीफ कंजरवेटर ऑफ फॉरेस्ट हरिशंकर उपाध्याय ने मामले को गंभीरता से लिया और मामले की जांच का आदेश दिया। जांच में हाथियों की मौत को लेकर सदर फॉरेस्ट रेंजर गौरीशंकर दास की लापरवाही उजागर हुई। पीसीसीएफ ने अंतत: अपनी रिपोर्ट प्रदेश सरकार को सुर्पूद किया। इस रिपोर्ट के आधार पर कार्रवाई करते हुए सरकार ने गौरीशंकर दास को तत्काल नौकरी से निलंबित कर दिया। बताया जाता है कि आनेवाले दिनों में कुछ और वन अधिकारियों पर इस तरह के गाज गिरने के प्रबल आसार है।