भुवनेश्वर. डा भगवान त्रिपाठी को उत्तर प्रदेश के हिन्दी संस्थान द्वारा सम्मानित किया जाएगा. 2019 के लिए उन्हें सौहार्द्य सम्मान के लिए चुना गया है. इसमें उन्हें दो लाख रुपये की राशि प्रदान की जाएगी. इसके अलावा मूल रुप से ओडिशा की तथा भोपाल में रहने वाली डा विनय राजाराम षाड़ंगी को साहित्य भूषण सम्मान से सम्मानित किया जाएगा. उन्हें भी सम्मान के साथ साथ दो लाख रुपये की राशि प्रदान की जाएगी. दोनों अखिल भारतीय साहित्य परिषद के आजीवन सदस्य हैं.
डा त्रिपाठी हिन्दी के प्राध्यापक रहे हैं तथा आसिका स्थित विज्ञान महाविद्यालय के प्रिंसिपल रहे हैं. उन्होंने अनेक ओड़िया पुस्तकों का अनुवाद हिन्दी में किया है. इसमें सौभाग्य मिश्र का काव्य संकलन द्वा सुपर्णा, चंद्रशेखर दासवर्मा की चुनी हुई कहानियां, दिलीप दास का काव्य संकलन रात से सुबह तक, श्री शंकराचार्य कृत भजगोविंदम का भाष्य, मनोज दास की श्रेष्ठ कहानियां, फकीर मोहन सेनापति की समग्र कहानियां, प्रतिभा राय की उपन्यास सागर स्वर शामिल हैं.
इन दोनों के सम्मानित किये जाने की घोषणा के बाद अखिल भारतीय साहित्य परिषद ओडिशा के महामंत्री डा संतोष महापात्र व संगठन मंत्री डा नारायण नायक ने बधाई दी है.