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कहा- देवगढ़ में किसानों से नहीं हो रही है धान की खरीद
भुवनेश्वर. देवगढ़ जिले में किसानों से धान की खरीद नहीं हो रही है. इस कारण किसानों में असंतोष है. किसान धान की मंडियों से फोन कर रहे हैं कि यदि उनका धान की खरीद नहीं हुई तो वे आत्महत्या करेंगे और इसके लिए विधायक जिम्मेदार होंगे. यदि ऐसा होता है तो मैं भी आत्महत्या करुंगा. देवगढ़ के विधायक सुभाष पाणिग्रही ने विधानसभा में यह बात कही. इसके बाद विधानसभा में विपक्षी विधायकों द्वारा चिंता व्यक्त की गई.
शुक्रवार को सदन की कार्यवाही शुरू होते ही विधायक सुभाष पाणिग्रही ने इस मामले को लेकर सदन में धरना दिया. विधानसभा अध्यक्ष सूर्यनारायण पात्र ने उन्हें कहा कि वह अपनी सीट पर चले जाएं तथा शून्यकाल में अपना विषय उठाएं. इसके बाद पाणिग्राही अपनी सीट पर चले गए. शून्यकाल में श्री पात्र ने उन्हें विषय उठाने का मौका दिया. श्री पाणिग्राही ने कहा कि देवगढ़ जिले में किसी प्रकार का उद्योग या खदान नहीं है. वहां के सारे लोग खेती पर निर्भर करते हैं और सभी धान की खेती करते हैं. जिले में स्थित 29 पैक्स में धान की खरीद नहीं हो रही है. किसान अपने ध्यान को लेकर मंडियों में पहुंचे हैं, लेकिन वहां से उनका धान नहीं उठाया जा रहा है. किसान मंडियों से उन्हें धमकी दे रही हैं कि यदि उनका धान नहीं उठाया जाता तो मैं आत्महत्या कर लेंगे और इसके लिए विधायक जिम्मेदार रहेंगे. यदि किसानों से धान की खरीद नहीं होती और वह आत्महत्या करते हैं तो फिर वह भी आत्महत्या करने के लिए मजबूर हो जाएंगे. इसलिए किसानों की समस्या का समाधान जरूरी है. सरकार इस बारे में तत्काल कार्रवाई करें.
विधानसभा अध्यक्ष सूर्यनारायण पात्र ने कहा कि उन्होंने उनकी बात सुनी है व सरकार ने भी उनकी बात सुनी है. इसके बाद उन्होंने प्रतिपक्ष के नेता प्रदीप नायक को बोलने के लिए कहा. प्रदीप नायक ने भी इस मुद्दे पर चिंता व्यक्त करते हुए कहा कि विधायक आत्महत्या करने की बात कर रहे हैं. इससे स्पष्ट है यह मामला कितना गंभीर है. इसलिए मामले का समाधान शीघ्र किया जाए. भाजपा विधायकों ने भी अपनी-अपनी सीट पर खड़े होकर इस समस्या के समाधान की मांग करते दिखे.