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मारवाड़ी परिवार था निशाने पर, नकली आधार कार्ड के बलपर की चार शादी, ठगे लाखों रुपये
राजेश बिभार, संबलपुर
कलाहांडी पुलिस ने एक बेहतर काम करते हुए अधिक उम्र की महिला एवं विधवाओं को शादी का झांसा देकर लाखों रुपये वसूलने वाले एक अंतर्राज्यीय गिरोह का पर्दाफाश किया है। गिरफ्तार आरोपियों में दो महिला भी शामिल हैं। उनका नाम एली महंत (सुंदरगढ़-ओडिशा), बिरबल शर्मा (काटाबांजी-ओडिशा), मीना गुप्ता (छत्तीसगढ़) एवं श्रवण सोनी (छत्तीसगढ़) बताया गया है। कलाहांडी एसपी श्रवण विवेक ने पत्रकारों को बताया कि इस गिरोह के सदस्य मुख्यत: अमीर घरानों की विधवा एवं अधिक उम्र की महिलाओ को निशाना बनाते थे। उन महिलाओं को अच्छा जीवन साथी एवं बेहतर जीवन का लालच देकर शादी के लिए तैयार करते और फिर विधिवत शादी कराकर ब्लैकमेलिंग आरंभ करते थे। इस दौरान वे उनसे लाखों रुपये की वसूली किया करते थे। गिरोह की मुख्य सरगना एली महंत विवाह की बात को आगे बढ़ाती और बिरबल शर्मा लड़के का बाप, मीना गुप्ता लड़के की मां एवं श्रवण सोनी लड़के का चाचा बनकर लड़की के घरवालों के समक्ष पेश होते। पारंपरिक तरीके से विवाह की रस्म अदा की जाती, इसके बाद इस गिरोह के सदस्य ब्लैकमेलिंग कर लड़का के अभिभावकों से लाखों की राशि वसूलते रहे। एसपी ने बताया कि पिछले दिनों इस गिरोह के सदस्यों ने भवानीपटना इलाके के एक एक नामचीन व्यापारी को अपना निशाना बनाया और अपनी चिरपरिचित अंदाज में उन्हें ब्लैकमेलिंग करते हुए उनसे चार लाख रुपये की मांग की। जब उस व्यापारी को उनकी गतिविधियों पर शक हुआ तो उन्होंने पुलिस से सपंर्क किया। कलाहांडी पुलिस ने मामले को गंभीरता से लिया और अंतत: सख्त कार्रवाई करते हुए इस गिरोह में संलिप्त दो महिलाओं समेत चार लोगों को गिरफ्तार किया है। एसपी ने बताया कि एली एवं उसके सदस्यों ने इस तरह बरगलाकर ओडिशा समेत अन्य इलाकों में अबतक चार शादियों को अंजाम दिया है। इस दौरान उन्होंने उन लोगों को लाखों का चपत भी लगाया, किन्तु लोकलज्जा के भय से किसी ने अपने मुंह नहीं खोला। अंतत: एक जांबांज शख्स ने हिम्मत दिखाई और इस गिरोह क पोल खोलकर रख दिया। एसपी ने बताया कि गिरोह की मुख्य सरगना एली महंत के पास से ममता अग्रवाल के नाम का नकली आधार कार्ड एवं अन्य आपत्तिजनक दस्तावेज बरामद किया गया है। पूछताछ के दौरान आरोपियों ने अपने अन्य कई साथियों का नाम उजागर किया है। जिसके बलपर पुलिस अपनी कार्रवाई को आगे बढ़ा रही है, बहुत जल्द गिरोह के कुछ अन्य सदस्यों की गिरफ्तारी संभव है। दूसरी ओर गिरफ्तार आरोपियों के खिलाफ जालसाजी का मामला दर्ज किया गया है और उन्हें हवालात की हवा खिला दी गई है।