टिटिलागढ़। असंतुलित जनसंख्या हजारों वर्षों के भारतीय सभ्यता को विलुप्त कर देगा। बुधवार की सुबह टिटिलागढ़ निर्माण विभाग के डाकबंगला में बुलाए गए प्रेस कांफे्रंस में जनसंख्या समाधान फाउंडेशन के प्रदेश अध्यक्ष विपिन बिहारी दास ने यह बात कही। उपस्थित पत्रकारों से बात करते हुए श्री दास ने कहा कि जनसंख्या विस्फोट के कारण आज देश में बेरोजगारी, गरीबी, कुपोषण एवं अनाहार मृत्य का मामला बढ़ता जा रहा है। उन्होंने कहा विश्व में रहनेवाले लोगों की जनसंख्या का 18 प्रतिशत लोग भारत में बसबास करता है। भारतवर्ष मे रहने के लिए स्थल मात्र 2.4 प्रतिशत है, जबकि पीने युक्त पानी का परिमाण 4 प्रतिशत है। इन हालातों में यदि बढ़ती जनसंख्या पर नियंत्रण पाना है तो जाति एवं मजहब की धाराओं से उपर उठते हुए प्रत्येक नागरिक के लिए दो संतान के जन्म हेतु विशेष कानून बनाया जाना चाहिए। इसके लिए जनचेतना जाग्रत करने की आवश्यकता है तथा केन्द्र एवं प्रदेश सरकार को दिलचस्पी से इस मुहिम को आगे बढ़ाने पर काम करना चाहिए। यदि ऐसा नहीं किया गया तो वर्ष 2040 तक देश की जनसंख्या 240 करोड़ से पार चली जाएगी। जो देश को आर्थिक एवं सामाजिक रूप से परेशानी में डालेगा। आगे उन्होंने कहा कि भारतीय संस्कृति, सभ्यता, अखंडता एवं भविष्य को ध्यान में रखते हुए प्रत्येक भारतवाषी को जनसंख्या नियंत्रण के इस आंदोलन में शामिल होना होगा। प्रेस कांफ्रेंस में फाउंडेशन के बलांगीर जिला अध्यक्ष अधिवक्ता आलोक नायक, प्रशांत सडंगी, विपिन ठाकुर, वकील सुंदरलाल शर्मा, संजय त्रिपाठी, जनेक कुंभार, अनादि माझी, रामेश्वर माझी एवं उदयचंद्र साहू समेत फाउंडेशन के अन्य पदाधिकारी एवं सदस्य उपस्थित थे।
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