कटक. यहां के गीता ज्ञान मंदिर के स्थापना के 25 साल पूरे होने पर रजत जयंती महोत्सव का आयोजन 16 फरवरी को किया जायेगा. गीता ज्ञान मंदिर के 25 वर्षीय स्थापना दिवस को यादगार बनाने की तैयारियां चल रही हैं. उल्लेखनीय है कि साल 1995 में बसंत पंचमी की शुभ तिथि पर स्वर्गीय (बाबाजी) बिहारी लालजी अग्रवाल ने गीता ज्ञान मंदिर की स्थापना की. यह एक मात्र ओडिशा में ऐसा मंदिर है, जहां गीता के 18 अध्याय संगमर्मर के पत्थरों पर लिखित हैं और यह ऐसा पावन स्थल है, जहां विस्वरूप दर्शन, अनंत सयनम, शीतला माता के साथ-साथ चारधाम के दर्शन का लाभ प्राप्त किया जा सकता है.
बाबाजी द्वारा अनगिनत बार करीब 1000 हवन गीता ज्ञान मंदिर में किए गए और आगे भी उनके मार्गदर्शन से स्वतंत्र अग्रवाल के नेतृत्व में यह शुभ कार्य चलता रहेगा. गीता ज्ञान मंदिर के अध्यक्ष विजय खंडेलवाल, महासचिव सम्पत्ति मोड़ा, उपाध्यक्ष स्वतंत्र अग्रवाल, संयोजक स्वादेश अग्रवाल, रजत जयंती कार्यक्रम विशेष सहयोगी नथमल चनानी उर्फ मामा जी के साथ सभी ट्रस्टी गण के सहयोग इस वर्ष बसंत पंचमी, मंगलवार के दिन बड़े ही हर्षोल्लास के साथ गीता का ज्ञान मंदिर प्रांगण, बीजू पटनायक चौक में रजत जयंती समारोह का आयोजन किया जायेगा.
सुबह नौ बजे से भजन समारोह में पप्पू सांगानेरिया एवं टीम मधुर वाणी से भजनों की अमृत गंगा बहाएंगे. इसके बाद दोपहर 12.30 बजे से प्रसाद सेवन की व्यवस्था है. गीता ज्ञान मंदिर समिति ने सभी भक्तों से अनुरोध किया है कि सपरिवार पधार कर कार्यक्रम का आनंद लेते हुए एक ही छत के नीचे चारों धाम मंदिर के दर्शन का पुण्य लाभ अर्जित करें.