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कुचिंडा में सनसनी, तीन गिरफ्तार, छह हिरासत में
राजेश बिभार, संबलपुर
कुचिंडा थाना अंतर्गत पारूआभाड़ी गांव में कंगारू कोर्ट लगाए जाने का सनसनीखेज मामला प्रकाश में आया है। बताया जाता है कि सामान्य विवाद पर एक महिला का सिर मुड़कर पूरे गांव में घुमाया गया। अत्याचार की इस वारदात को पीड़ित महिला की सास, ननद एवं जेठानी ने ही अंजाम दिया। कुचिंडा पुलिस ने मामले पर कार्रवाई करते हुए पीड़ित महिला की सास दुखी छत्रिया, जेठानी सरस्वती प्रधान एवं ननद जयकांति माझी को गिरफ्तार किया है। साथ ही कंगारू कोर्ट के मुखिया धनेश्वर धान, रत्नाकर छत्रिया, गुरूचरण भास्कर एवं गोपाल को हिरासत में लेकर पूछताछ की जा रही है। मिली जानकारी के अनुसार, पारूआभाड़ी निवास गोपाल छत्रिया के पुत्र बबलू ने कुछ साल पहले गांव के ही उमंति छत्रिया से विवाह किया था। बबलू झारसुगुड़ा में मेहनत मजदूरी करता था, जबकि उसकी पत्नी उमंति गांव में ही अपने सास, ससूर एवं ननद के साथ रहती थी। आरोप है कि बबलू की अनुपस्थिति में परिवार के सदस्य उमंति पर दहेज के लिए दबाव बनाते और नियमित तौरपर उसके साथ मारपीट किया करते थे। पिछले 5 फरवरी को उनके बीच जमकर विवाद हुआ। इस दौरान सास, ससूर एवं ननद ने मिलकर उमंति की जमकर पिटाई कर दिया। इस विवाद के समाधान के लिए 7 फरवरी को गांव में सभा बुलायी गई। जिस सभा में उमंति का पति बबलू भी उपस्थित थे। आश्चर्य की बात यह है कि सभा में उपस्थित लोगो ने एकतरफा कार्रवाई किया और उमंति के सिर मुडऩे का फरमान जारी कर दिया। पति बबलू गिड़गिड़ाता रहा, किन्तु किसी ने उसकी एक नहीं सुनी और उमंति को सबके सामने अपमानित कर डाला। अंतत: पुलिस ने कार्रवाई आरंभ किया और आरोपियों को गिरफ्तार करना आरंभ किया। कुचिंडा पुलिस का कहना है कि उमंति के सास, जेठानी एवं ननद के खिलाफ अपराध कायम किया गया है और उन्हें न्यायिक हिरासत में जेल भेज दिया गया है। जबकि ससूर गोपाल समेत अन्य छह लोगों से थाना में पूछताछ की जा रही है। पूछताछ समाप्त होने के बाद उनके खिलाफ भी कानूनी कार्रवाई आरंभ की जाएगी। इस बर्बर घटना ने सभ्य समाज को चकित कर दिया है। लोग आरोपियों के खिलाफ ठोस से ठोस कार्रवाई की मांग कर रहे हैं।