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केंद्रीय मंत्री धर्मेंद्र प्रधान ने नेताजी की प्रतिमूर्ति पर किया माल्यार्पण
कटक. ओडिशा के वीर सपूत नेताजी सुभाष चंद्र बोस का पराक्रम तथा देश की स्वाधीनता के लिए उनकी संघर्ष से त्याग बलिदान वह संस्कार युवा पीढ़ियों को सदियों तक प्रेरित करता रहेगा. शनिवार को नेताजी की 125वीं जयंती तथा पराक्रम दिवस के अवसर पर कटक के ओड़िया बाजार स्थित नेताजी का जन्मस्थान जानकीनाथ भवन में जाकर उनकी प्रति मूर्ति पर माल्यार्पण करते हुए केंद्रीय मंत्री धर्मेंद्र प्रधान ने ये बातें कहीं.
प्रधान ने कहा कि भारत वर्ष के अद्वितीय जननायक तथा भारत के स्वतंत्रता संग्राम के अग्रणी नेताजी सुभाष चंद्र बोस को श्रद्धांजलि अर्पित कर अपने आपको गौरवान्वित महसूस कर रहे हैं. नेताजी का संघर्ष बलिदान और त्याग की गाथा को आगे बढ़ाने के लिए इस वर्ष से नेताजी जयंती को पराक्रम दिवस के रूप में मनाने के लिए भारत सरकार ने निर्णय लिया है. इससे आगामी सदियों तक नेताजी की संघर्ष त्याग और बलिदान को पढ़ने व जानने के लिए लोग प्रेरित होंगे. उन्होंने कहा कि देश में स्वतंत्रता लाने के लिए नेताजी ने प्रमुख भूमिका निर्वहन किया. तुम मुझे खून दो मैं तुम्हें आजादी दूंगा यह दो शब्द भारत के उस समय के युवाओं में नया जोश भर देता था. नेताजी को यह संस्कार ऐतिहासिक शहर कटक से प्राप्त हुआ था. संग्राम के महानायक नेताजी का साहस वीरता तथा बलिदान की गाथा देश के लिए बलिदान देने का उन्होंने उदाहरण प्रस्तुत किया.