अशोक पाण्डेय, भुवनेश्वर
21वीं सदी के ‘आर्ट ऑफ गिंविंग’ के जन्मदाता तथा 2021 को ‘प्रेमवर्ष और सौहार्द वर्ष’ मनानेवाले प्रोफेसर अच्युत सामंत ने 21.1.2021 को अयोध्या में नये राममंदिर निर्माण के लिए स्वेच्छापूर्वक 11 लाख रुपये का चेक श्री रामजन्मभूमि निधि समर्पण समिति के उपाध्यक्ष तथा ओडिशा प्रभारी मनसुखलाल सेठिया को प्रदान किया. इस अवसर पर राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ, ओडिशा के प्रांतीय प्रचारक बिपिन नन्द भी उपस्थित थे. प्रोफेसर अच्युत सामंत भुवनेश्वर, ओडिशा स्थित दो विश्वविख्यात डीम्ड विश्वविद्यालयों;कीट-कीस के प्राणप्रतिष्ठाता तथा ओडिशा आदिवासी बाहुल्य कंधमाल लोकसभा के सांसद हैं, जिनका जीवन एक विदेह आध्यात्मिक पुरुष का जीवन है, जो सदैव देने ही विश्वास रखते हैं. इसीलिए उन्होंने 17 मई, 2013 को बैंगलोर से अपने जीवन की अवधारणा ‘आर्ट ऑफ गिविंग’ का आरंभ किया था जो आज एक विश्वव्यापी अवधारणा बन चुकी है. श्री रामजन्मभूमि निधि समर्पण समिति के उपाध्यक्ष सह ओडिशा प्रभारी मनसुख सेठिया ने अपनी प्रतिक्रिया में यह बताया कि वे इस आर्थिक सहयोग के लिए प्रो अच्युत सामंत के प्रति हृदय से आभारी हैं. उनका यह कहना है कि पिछले लगभग 25 वर्षों से वे प्रो अच्युत सामंत तथा उनकी अनोखी शैक्षिक पहल कीट-कीस से पूरी तरह से परिचित हैं. प्रो अच्युत सामंत एक महान शिक्षाविद् के साथ-साथ एक निःस्वार्थ समाजसेवी भी हैं, जिनका जीवन सादगी का आदर्श है. वे प्रो अच्युत सामंत के सभी निःस्वार्थ समाजसेवा के कामों से प्रसन्न हैं. उनके अनुसार वैश्विक महामारी कोरोना महामारी के संक्रमण के दौरान प्रो अच्युत सामंत ने ओडिशा में कीम्स कोविद-19 सहित तीन जिला कोविद-19 अस्पताल खोला. कोरोना योद्धाओं समेत लाखों जरुरतमंदों की निःस्वार्थभाव सेवा की है जिसके लिए वे साधुवाद के वास्तविक हकदार हैं. आरएसएस ओडिशा प्रांतीय प्रचारक बिपिन नन्द ने बताया कि प्रो अच्युत सामंत का सरल एवं आत्मीय जीवन पूरी तरह से मानवसेवा,लोकसेवा तथा माधवसेवा का यथार्थ आदर्श है. प्रो अच्युत सामंत ने अपनी प्रतिक्रिया में प्रसन्नता व्यक्त करते हुए यह बताया कि मनसुख लाल सेठिया तथा बिपिन नन्दजी अच्छे इन्सान हैं एवं अयोध्या में नये राममंदिर के निर्माण के लिए अर्थसंग्रह का काम जिम्मेदारीपूर्वक कर रहे हैं. अयोध्या में राममंदिर का निर्माण जल्द से जल्द हो इसके लिए उन्होंने अपनी ओर से तथा कीस के कुल लगभग 30 हजार से भी अधिक आदिवासी बच्चों की ओर से मंगल कामना की. प्राप्त जानकारी के अनुसार अयोध्या में राममंदिर निर्माण के लिए ओडिशा में स्वेच्छापूर्वक धनराशि संग्रह का कार्य युद्धस्तर पर चल रहा है.