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जिस देश में गो संरक्षण तथा गो-आधारित खेती होती है, वहाँ स्वास्थ्य, सुख, शांति व समृद्धि होती है – षडंगी
भुवनेश्वर. केन्द्रीय मंत्री प्रताप षाड़ंगी ने अपने नागपुर दौरे के दौरान देवलापार स्थित गो विज्ञान अनुसंधान केंद्र व गोशाला का निरीक्षण किया. गो विज्ञान अनुसंधान केंद्र में चल रहे पंचगव्य प्रशिक्षण वर्ग में मुख्य अतिथि के रुप में वह शामिल हुए. ष़ाड़ंगी ने ट्वीट कर यह जानकारी दी.
उन्होंने बताया कि उन्हें गोशाला प्रांगण में ही गो माता जी की सामूहिक आरती करने का परम सौभाग्य प्राप्त हुआ, तदोपरांत गो माताओं को भोग लगा कर आशीर्वाद प्राप्त किया.
उन्होंने कहा कि गो विज्ञान अनुसंधान केंद्र में चल रहे पंचगव्य प्रशिक्षण वर्ग में मुख्य अतिथि के रूप में सम्मलित होने का सौभाग्य मिला. जहाँ शिक्षार्थीयों द्वारा लिये जा रहे गोबर और गोमूत्र से बनने वाले अनेक उत्पादों को बनाते हुए देखा जो आत्म निर्भर भारत की और गोवंश के मह्त्व का सार्थक उदहारण है.
उन्होंने कहा कि शास्त्र-अनुसार, जिस देश में गो संरक्षण, संवर्धन तथा गो-बैल आधारित खेती होती है, वहाँ स्वास्थ्य, सुख, शांति व समृद्धि होती है. गो विज्ञान अनुसंधान (देवलापार) नागपुर में गो आधारित खेती की उत्पादकता और गुणवत्ता को देख कर प्रेरणा मिली.