केंदुझर. जिले के घाटगांव में प्रसिद्ध मां तारिणी मंदिर आज सुबह भक्तों के लिए खुल गया है. कोविद-19 महामारी के कारण लगभग नौ महीने तक बंद रहने के बाद सोमवार को भक्तों के लिए फिर से खोल दिया गया. सबसे पहले सेवायतों और उनके परिवार के सदस्यों को सुबह 8 से 9 बजे के बीच मंदिर में प्रवेश की अनुमति दी गई. आम जनता को सुबह 9 बजे से दर्शन की अनुमति दी गयी. भक्तों को मां तारिणी के दर्शन दो टाइम स्लॉट में करने की अनुमति होगी. हर दिन सुबह 8 से 12.30 बजे और शाम 4 से 6.30 बजे के बीच भक्त माता का दर्शन करेंगे. मीडिया को यह जानकारी मां तारिणी ठाकुरानी मंदिर ट्रस्ट बोर्ड के अध्यक्ष राजेंद्र पटनायक ने दी. इन्होंने कहा कि मंदिर को खोलने से एक दिन पहले सेनिटाइज किया गया था.
मंदिर दर्शन के लिए कोरोना के नियमों को पालन सुनिश्चित कराने के लिए हर तरह की व्यवस्था की गयी है. 10 साल से कम उम्र के बच्चों को मंदिर में जाने के लिए प्रतिबंधित किया गया है. भक्तों को उचित सामाजिक दूसरी को रखते हुए गेट नंबर-3 से धर्मस्थल में प्रवेश करने की अनुमति दी जा रही और गेट नंबर-4 से भक्तों को बाहर निकाला जा रहा है. मंदिर अधिकारियों द्वारा जारी एसओपी के अनुसार, अपने नए वाहनों की पूजा करने आने वाले लोगों को गेट नंबर-5 से प्रवेश की अनुमति है. मंदिर के अंदर और बाहर हर समय मास्क का उपयोग अनिवार्य है. अधिकारियों ने मंदिर में सुचारू रूप से दर्शन और कोविद-19 मानदंडों के उचित कार्यान्वयन को सुनिश्चित करने के लिए बैरिकेड्स लगा दिए हैं. एक समय में केवल 25-30 भक्तों को ही अनुमति दी जाएगी और उन्हें फूल, नारियल, मिठाई, ‘दीये’ और ‘धुप’ इत्यादि नहीं चढ़ाने को कहा गया है. मंदिर के अंदर दीयों नहीं जलाने के लिए कहा गया है. मंदिर के अंदर की दुकानें अगले आदेश तक बंद रहेंगी और प्रसाद का वितरण भी सुरक्षा कारणों से निलंबित कर दिया गया है. भक्तों को अस्थायी रूप से मंदिर परिसर में अपने बच्चों का सिर मुंडन करने की रस्म करने से रोक दी गयी है. भीड़ को नियंत्रित करने, श्रद्धालुओं के लिए सुरक्षित और परेशानी मुक्त दर्शन सुनिश्चित करने के लिए कई स्वयंसेवकों को भी तैनात किया गया है.