भुवनेश्वर. बलांगीर जिले के एक प्रसिद्ध सामाजिक कार्यकर्ता ललित नायक का सोमवार को भुवनेश्वर के अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान (एम्स) में इलाज के दौरान निधन हो गया. वह हड्डी के कैंसर से पीड़ित थे. बोन मैरो प्रत्यारोपण के लिए तैयारी चल रही थी कि उनका स्वास्थ्य बिगड़ गया. उन्होंने आज सुबह लगभग 5 बजे अंतिम सांस ली. 29 जून को नायक के बायां पैर फ्रैक्चर हो गया था. 30 जून को भुवनेश्वर के एक निजी अस्पताल में इसकी सर्जरी हुई. इसके साथ ही 18 साल पहले एक दुर्घटना के बाद उनके पैर में 18 इंच का रॉड लगाया गया था. उपचार के दौरान उनकी रिपोर्ट में हीमोग्लोबिन के स्तर में गिरावट देखी गई. एक जांच के बाद यह पुष्टि की गई कि वह हड्डी के कैंसर से पीड़ित हैं. नायक 80 के दशक में राजेंद्र कॉलेज छात्र संघ के अध्यक्ष के रूप में लोकप्रिय थे. उन्होंने अपने छात्र जीवन से ही रक्तदाता के रूप में ख्याति अर्जित कर ली थी. उन्हें 80 बार रक्तदान करने के बाद ओडिशा के तत्कालीन राज्यपाल से पुरस्कार भी मिला था. अब तक उन्होंने लगभग 150 यूनिट रक्त दान किया है. नायक ने हमेशा समाज के दबे-कुचले लोगों की दुर्दशा के खिलाफ लड़ाई में एक अग्रणी सैनिक के रूप में भूमिका निर्वहन की. 40 से अधिक ट्रेड यूनियनों के अध्यक्ष के रूप में उन्होंने अपने अधिकारों के लिए लड़ाई जारी रखी.
Check Also
ओडिशा में अब हर महीने मिलेगा राशन चावल
ओडिशा के खाद्य मंत्री ने की घोषणा नए साल शुरू होगा वितरण भुवनेश्वर। नए साल …