Home / Odisha / जटनी की समस्याओं के समाधान नहीं होने पर आत्मदाह करेंगे पूर्व मंत्री सुरेश राउतराय

जटनी की समस्याओं के समाधान नहीं होने पर आत्मदाह करेंगे पूर्व मंत्री सुरेश राउतराय

  • राज्य सरकार दो दिया दो महीने का समय

भुवनेश्वर । जटनी विधानसभा क्षेत्र के दो मांगों के समाधान करने के लिए स्थानीय विधायक व पूर्व मंत्री सुरेश राउतराय ने राज्य सरकार को 35 दिनों को समय दिया है। यदि इस अवधि में उनकी मांगों को माना नहीं गया तो उनके साथ सौ और लोग  नवीन निवास के सामने आगामी 27 जनवरी  को आत्मदाह करेंगे। प्रदेश कांग्रेस कार्यालय में आयोजित एक संवाददाता सम्मेलन में श्री राउतराय ने राज्य सरकार को यह चेतावनी दी। उन्होंने बताया कि उनके विधानसभा क्षेत्र में 27 गांवों के स्थितिवान जमीन को 2012 से जगन्नाथजी की जमीन घोषित कर दी गई है। इस कारण इन गांवों के लोगों के पास सरकारी योजनाएं पहुंच नहीं पा रही हैं। इन गांवों के लोगों को अस्पताल, आंगनबाड़ी केन्द्र, आरआई कार्यालय, तालाब, प्रधानमंत्री आवास योजना आदि का लाभ नहीं मिल पा रहा है। गांव के लोग अपने जमीन को बेच भी नहीं पा रहे हैं। बेटी का विवाह करने हो या फिर बच्चों को पढ़ाने के लिए भी वे अपनी जमीन बेच नहीं पा रहे हैं। इस कारण इन गांवों के लोगों को भारी दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है। इस बारे में बार-बार प्रशासन के पास जाने के बाद भी प्रशासन कुछ नहीं कर रहा है। इस कारण इस समस्या का समाधान आगामी  35 दिनों के अंदर निकाला जाए। उन्होंने कहा कि भुवनेश्वर शहर के कचरे को उनका चुनाव क्षेत्र के दारुठेंग गांव में डाला जा रहा है। इस कारण इस गांव के लोग वायु प्रदूषण, जल प्रदूषण के साथ साथ विभिन्न बीमारियों के शिकार हो रहे हैं। इस गांव के लोग बार बार डंपिंग यार्ड को हटाने की मांग कर रहे हैं। केवल इतना ही नहीं इस डंपिग यार्ड के पास नंदनकानन प्राणी उद्यान है। इसके प्रदूषण के कारण नंदनकानन प्राणी उद्यान के शेर, बब्बर शेर, हिरन व अन्य पशुपक्षियों के स्वास्थ्य पर भी असर पड़ रहा है। कुछ पशु पक्षियों की इससे मौत भी हो चुकी है। अतः आगामी 35 दिनों में सरकार इन दोनों मुद्दों पर समाधान नहीं निकालती है तो वह स्वयं व सौ और लोग आत्मदाह कर लेंगे। इस पत्रकार सम्मेलन में श्री सुरेश राउतराय के  अलावा रवीन्द्र हरिचंदन , संग्राम केशरी राउतराय व अन्य नेता उपस्थित थे।

 

Share this news

About desk

Check Also

आदर्श स्वयंसेवक थे शिवराम महापात्र : डा मोहन भागवत

आदर्श स्वयंसेवक थे शिवराम महापात्र : डा मोहन भागवत

भुवनेश्वर। शिवराम महापात्र शांत स्वभाव, काफी सरल और मृदु भाषी थे, लेकिन उनमें प्रचंड शक्ति …

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *