प्रमोद कुमार प्रृष्टि, पुरी
26 दिसंबर से 31 दिसंबर तक स्थानीय लोगों के महाप्रभु के दर्शन के लिए जिला प्रशासन की टोकेन व्यवस्था पर सवालिया निशान उठ गया है. आरोप है कि टोकेन का वितरण सही से नहीं किये जाने के कारण कई वार्ड के लोग महाप्रभु के दर्शन नहीं कर पाये हैं. सूत्रों ने बताया कि पुरी नगरपालिका के वार्ड नंबर चार में कई परिवारों तक टोकेन नहीं पहुंचा है. ऐसी स्थिति में वे दर्शन नहीं कर पाये. वार्ड चार की किशोरी मणि दास ने बताया कि टोकेन नहीं मिलने के कारण वह महाप्रभु के दर्शन से वंचित हैं. अब उनको कोरोना की जांच नेगिटिव रिपोर्ट मांगी जा रही है. उन्होंने आरोप लगाया कि जिला प्रशासन टोकेन वितरण करने में विफल रहा है या तो टोकेन की कालाबाजारी की गयी है. उन्होंने आरोप लगाया कि जिला प्रशासन को नगरपालिका क्षेत्र की जनसंख्या का कम से कम ज्ञात तो होगा ही. उन्होंने हमारे परिवार का कोई भी सदस्य दर्शन नहीं कर पाया है. इसी तरह पूजा दास भी टोकेन नहीं होने के कारण महाप्रभु के दर्शन नहीं कर पायी हैं. एक अन्य महाप्रभु की भक्त अनिता दास भी टोकेन के इंतजार में दर्शन वंचित हैं. उन्होंने बताया हमारी तरफ वार्ड चार में कई अन्य भक्त महाप्रभु के दर्शन नहीं कर पाये हैं. अब मंदिर जाने पर वहां नेगिटिव रिपोर्ट मांगी जा रही है. उन्होंने मांग की कि पुरी वासियों को इससे छूट दी जाये, क्योंकि पुरी के लोगों की आजीविका पर्यटन पर टिकी हुई है. पर्यटकों के आभाव के कारण हमें वित्तीय संकट से गुजरना पड़ा है. ऐसी स्थिति में पूरे परिवार की बेवजह कोरोना जांच का खर्च हमें और बेहाली की ओर ढकेलेगा.