शिवराम चौधरी, ब्रह्मपुर
बुगुड़ा थाना क्षेत्र के मकरपल्ली गांव में एक नवविवाहिता महिला को एक गोशाला से बचाया गया. उसके हाथों और पैरों को बांध दिया गया था. उसकी हालत गंभीर बतायी गयी है. उसकी पहचान झिल्ली प्रधान के रूप में की गयी है. उसके ससुराल वालों ने 24 घंटे से गायब होने की सूचना दी थी. हालांकि महिला को उसके पड़ोसी की गोशाला से छुड़ाने के बाद उसके माता-पिता ने दहेज उत्पीड़न का आरोप लगाया है. उन्होंने आरोप लगाया कि झिल्ली को उसके ससुराल वालों ने दहेज के लिए प्रताड़ित किया था. उसके हाथ-पैर बांधने के बाद उसे गोशाला में फेंक दिया था. 27 दिसंबर को झिल्ली के ससुर ने बुगुड़ा पुलिस स्टेशन में एक गुमशुदगी दर्ज करायी थी. एक चैनल से बात करते हुए झिल्ली की मां ने आरोप लगाया कि मेरी बेटी के ससुर ने हमें सूचित किया कि वह कहीं चली गई है और उससे संपर्क नहीं हो पा रहा है, लेकिन वास्तव में उन्होंने उसे बेरहमी से पीटा था और उसे गोशाला में फेंकने से पहले उसके हाथ-पैर बांध दिए थे. मकरपल्ली के स्थानीय लोगों ने उसे ढूंढ लिया और उसे फिर उन्होंने उसे अस्पताल में भर्ती कराया. सूत्रों ने बताया कि झिल्ली को शुरू में बुगुड़ा सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में भर्ती कराया गया था। हालांकि, बाद में उनकी तबीयत बिगड़ने के बाद उन्हें ब्रह्मपुर बड़ा मेडिकल कॉलेज में स्थानांतरित कर दिया गया. इस सिलसिले में बुगुड़ा पुलिस के पास एक प्राथमिकी दर्ज की गई है और नवीनतम रिपोर्टों के अनुसार, महिला के ससुर, सास और एक अन्य रिश्तेदार को पुलिस ने पूछताछ के लिए हिरासत में लिया है.