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पूछा – अन्य सभी मंदिर खुल रहे तो राम मंदिर क्यों नहीं?
भुवनेश्वर. ओडिशा की राजधानी में लिंगराज मंदिर खुल गया है. पुरी में महाप्रभु श्रीजगन्नाथ का मंदिर खुल गया.भुवनेश्वर नगर निगम क्षेत्र को छोड़कर खुर्दा जिले में अन्य में मंदिरों को खोलने की बात हो रही है, लेकिन राजधानी स्थित श्रीराम मंदिर को लेकर सरकार की चुप्पी पर भाजपा ने सवाल खड़े कर दिये हैं. भाजपा ने कहा कि आखिर श्रीराम से सरकार को क्या एलर्जी है. लिंगराज मंदिर के साथ ही श्रीराम मंदिर को भी खोलना चाहिए था, लेकिन प्रशासन और सरकार ने चुप्पी साध रखी है. भाजपा प्रवक्ता गोलक महापात्र ने कहा कि हम शुरू से ही राज्य के सभी मंदिरों को खोलने की मांग कर रहे हैं, लेकिन सरकार इसमें भी राजनीति कर रही है. महापात्र ने कहा कि हिन्दू के सभी त्योहारों पर कोरोना के कारण पाबंदी लगा दी गयी, लेकिन वोट की राजनीति के कारण नवीन सरकार ने एक विशेष त्योहार के आयोजन की अनुमति दी. मंदिर को खोलने को लेकर भी बीजद सरकार राजनीति कर रही है. महापात्र ने कहा कि सरकार को बताना चाहिए कि राजधानी स्थित एक मात्र श्रीराम मंदिर को खोलने को लेकर उसका क्या विचार है. श्रीराम भक्तों को उनके प्रभु के दर्शन से क्यों वंचित किया जा रहा है. उन्होंने कहा कि जिस तरह से कोरोना नियमों के तहत महाप्रभु श्री जगन्नाथ और लिंगराज महाराज के मंदिरों को खोला गया, उसी तर्ज पर राजधानी स्थित श्रीराम मंदिर को यथाशीघ्र खोला जाये.
इधऱ, श्रीराम मंदिर के पुजारियों ने भी इसे जल्द से जल्द खोलने की मांग की है. उन्होंने कहा कि पुजारियों की आजीविका का एकमात्र जरिया दान-दक्षिणा होती है. मंदिर बंद होने के कारण उनकी आजीविका प्रभावित हुई है. इसलिए सरकार श्रीराम मंदिर को भी जल्द से जल्द खोलने का फैसला करे. पुजारियों ने कहा कि कोरोना नियमों के तहत ही इस मंदिर को भी खोला जाये, ताकि भक्तों को भी आध्यात्मिक तौर बल मिले और वे कोरोना के भय से उबर सकें.