मालकानगिरि: जिले के स्वाभिमान आंचल के तोतागुड़ा गांव के एक परिवार ने माओवादियों की धमकी के बाद अपना घर छोड़ दिया है. पुलिस के मुखबिर होने का संदेह करते हुए माओवादियों ने गांव से दूर जाने की धमकी दी थी, जिसके बाद अपना घर छोड़ना पड़ा. जानकारी के अनुसार, नक्सलियों ने मनु गेलरी पर पुलिस के मुखबिर के रूप में संदेह किया था और उसे सोमवार को आयोजित प्रजा अदालत में अपनी पत्नी और बेटी के साथ गांव छोड़ने के लिए कहा. नक्सलियों ने आरोप लगाया कि मनु इलाके में उनके आंदोलन के बारे में पुलिस को जानकारी दे रहे हैं. उन्होंने 26 नवंबर को इलाके में सुरक्षाकर्मियों द्वारा मुठभेड़ के लिए उसे जिम्मेदार ठहराया है. साथ ही नक्सलियों ने धमकी दी कि यदि फैसले की वह अवज्ञा करते हैं तो मौत की सजा दी जायेगी. इसके बाद मनु और उनके परिवार ने सोमवार रात को कैमाटी में अपने एक रिश्तेदार के घर में शरण ली है. इसके बावजूद वे अपने को असुरक्षित महसूस कर रहे हैं. अगली सुबह चित्रकोंडा गये. मनु ने कहा कि माओवादियों ने एक पुलिस मुखबिर के रूप में मेरी भूमिका के बारे में मुझसे पूछा. जब मैंने उनके आरोप का खंडन किया, तो उन्होंने कोई ध्यान नहीं दिया और मुझे तुरंत गाँव न छोड़ने पर गंभीर परिणाम भुगतने की धमकी दी. मेरे पास अपना घर छोड़ने के अलावा और कोई विकल्प नहीं था.
Check Also
गिरिराज सिंह के बयान से भाजपा कार्यकर्ताओं को झटका
नवीन पटनायक की सराहना से बीजद सरकार के कार्यों को मिली मान्यता राज्य के पिछड़ेपन …