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ओडिशा में कोहरे का कहर, भगवान श्री जगन्नाथ का मंदिर भी धुंध में ढका

  • भक्त नहीं कर पाये पतितपावन बन का दर्शन

  • कम दृश्यता से सड़कों पर धीमी रही रफ्तार

भुवनेश्वर. ओडिशा में कोहरे का कहर जारी है. भगवान श्री जगन्नाथ का मंदिर भी धुंध में ढका रहा. भक्त पतितपावन बन का दर्शन नहीं कर पाये. कम दृश्यता से सड़कों पर वाहनों की रफ्तार धीमी रही. राज्य के कई हिस्सों में गुरुवार को घना कोहरा छाए के कारण सामान्य जनजीवन अस्त-व्यस्त हो गया था. विशेष रूप से भुवनेश्वर और कटक के साथ-साथ ओडिशा के आंतरिक भागों में अत्यधिक कोहरे की स्थिति खराब रही. दृश्यता काफी कम रही. इससे सड़कों पर वाहन चालकों को काफी परेशानी का सामना करना पड़ा. ऐसी स्थिति सुबह देर तक बनी रही. कोहरा इतना घना था कि पुरी स्थित श्रीमंदिर भी ढका हुआ था. सड़कों पर वाहनों की गति काफी धीमी थी. खराब दृश्यता के कारण बहुत सावधानी से चालक वाहन चला रहे थे. मौसम विभाग ने कहा है कि धीमी हवा और वातावरण में नमी की उपस्थिति निम्न स्तर पर थी. इससे राज्य में घना कोहरा छाये रहा. मौसम विभाग के अनुसार, यह स्थिति कुछ और दिनों तक जारी रहने की संभावना है. कटक में महानदी और अन्य जल निकायों और कोस्टल पॉकेट्स के पास की जगहों पर कोहरे की स्थिति देखी गयी. पुरी, केंद्रापड़ा, जगतसिंहपुर और अन्य तटीय जिलों में भी घने कोहरे के कारण जनजीवन प्रभावित रहा. दृश्यता लगभग 50 मीटर से कम रही.

इधर, पुरी में श्री जगन्नाथ मंदिर के श्रद्धालु आज पतितपावन बन (भगवान जगन्नाथ मंदिर के ऊपर पवित्र ध्वज) का दर्शन नहीं कर पाये. पुरी श्रीमंदिर घने कोहरे से ढका हुआ था और सिंहद्वार भी नहीं दिख रहा था. इसी तरह कोणार्क सूर्य मंदिर को भी घने कोहरे की चादर में ढका हुआ देखा गया. इससे पहले सरकार ने जिलाधिकारियों को संभावित सड़क दुर्घटनाओं से बचने के लिए राष्ट्रीय राजमार्गों पर सुबह के समय भारी वाहनों को रोकने के लिए आवश्यक कदम उठाने के निर्देश दिए थे.

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