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मंत्री अरुण साहू को हटाने तथा सीबीआई जांच की मांग
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घटना में राज्यपाल से हस्तक्षेप करने के लिए सौंपा ज्ञापन
भुवनेश्वर. नयागढ़ जिले के 5 साल की बच्ची की हत्या मामले में न्याय भारतीय जनता पार्टी की प्रदेश इकाई ने सोमवार को राजभवन के सामने धरना दिया. इस दौरान परी को न्याय दिलाने के लिए आरोपियों का बचाव करने वाले मंत्री अरुण साहू को मंत्रिमंडल से बर्खास्त करने तथा मामले की निष्पक्ष जांच सीबीआई से कराने की मांग की गई. इस दौरान पार्टी नेताओं ने कहा कि कई माह तक परी के माता-पिता को न्याय ना मिलने के कारण वे विधानसभा के सम्मुख आकर आत्मदाह करने का प्रयास किया. राज्य की पुलिस ने मामले को गंभीरता से नहीं लिया. इससे उसके माता-पिता को यह कार्य करना पड़ा. उन्होंने कहा कि इसके बाद राज्य सरकार पहले क्राइम ब्रांच को, बाद में एसआईटी गठन करने की बात कही है. इस मामले में राज्य के कृषि व उच्च शिक्षा मंत्री अरुण साहू के शामिल होने के संबंध में पीड़िता के माता-पिता द्वारा सीधे आरोप लगाए जा रहे हैं.
राज्य सरकार के द्वारा गठित एसआईटी की जांच को मंत्री अरुण साहू प्रभावित कर सकते हैं. ऐसे में उन्हें तत्काल मंत्रिमंडल से बर्खास्त किया जाए तथा मामले की सही जांच के लिए सीबीआई को यह काम दिया जाए. भाजपा नेताओं ने कहा कि कि इस मामले में नयागढ़ जिले के आरक्षी अधीक्षक तथा स्थानीय थाना अधिकारी ने अपना काम ठीक से नहीं किया है. राज्य सरकार को विधानसभा सत्र में भाजपा द्वारा घर जाने के बाद सरकार विधानसभा में चुप रही, केवल बयान देकर अपनी काम खत्म कर दिया. इस धरना कार्यक्रम में विधायक ललित विद्याधर महापात्र, जैन सड़ंगी, उपाध्यक्ष बक्शी पात्र, महासचिव पृथ्वीराज हरिचंदन, प्रवक्ता जयंती व अन्य कार्यकर्ताओं ने संबोधित किया. इसके बाद राज्य महिला मोर्चा की अध्यक्ष सुरती पटनायक के नेतृत्व में एक प्रतिनिधिदल ने राज्यपाल से मिलकर इस मामले में हस्तक्षेप करने के लिए ज्ञापन सौंपा. इस प्रतिनिधि दल में पूर्व मंत्री नेता उपस्थित थे.