भुवनेश्वर. गिरफ्तार गोपालपुर के विधायक प्रदीप पाणिग्रही के लिए संभवत: ताजा मुसीबतों का सामना करना पड़ सकता है. अब प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) उनके वित्तीय लेनदेन की विस्तृत जांच करेगा. प्रवर्तन निदेशालय, जो आईएफएस अधिकारी अभय कांत पाठक और उनके बेटे आकाश के खिलाफ मनी लॉन्ड्रिंग के आरोपों की जांच कर रहा है, ने अपराध शाखा द्वारा पाणिग्रही के खिलाफ दर्ज एफआईआर की एक प्रति सहित कई दस्तावेज मांगे हैं. यहां यह बताना उचित होगा कि सीआईडी, क्राइम ब्रांच ने जालसाजी, धोखाधड़ी और आपराधिक साजिश के आरोप में गुरुवार शाम को पाणिग्रही को गिरफ्तार कर लिया है. प्रदीप पाणिग्रही को कथित रूप से उनके दामाद आकाश पाठक की ओर से धन एकत्र करने के लिए गिरफ्तार किया गया है.
आकाश को पहले टाटा मोटर्स में एक प्रबंध निदेशक (एमडी) के रूप में पेश करके कई नौकरी के इच्छुक उम्मीदवारों को ठगने के आरोप में गिरफ्तार किया गया था. देश में कोविद-19 के कारण लॉकडाउन के दौरान चार्टर्ड उड़ानों द्वारा देश के कई हिस्सों में यात्रा करते पाए जाने के बाद वह अपने पिता अभय कांत के साथ कानून प्रवर्तन एजेंसियों के दायरे में आए थे. आय से अधिक संपत्ति के मामले में आईएफएस अधिकारी को 27 नवंबर को सतर्कता विभाग ने गिरफ्तार किया था.
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