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बिजली के शुल्क में बढ़ोतरी और श्रम कानूनों में परिवर्तन का किया विरोध
भुवनेश्वर. राज्य में बिजली के शुल्क में बढ़ोतरी तथा श्रम कानूनों में परिवर्तन के खिलाफ कांग्रेस से जुड़े राष्ट्रीय मजदूर कांग्रेस (इंटक) का तीन दिवसीय धरना और सत्याग्रह मंगलवार से शुरू हुआ. भुवनेश्वर के उपजिलाधिकारी के कार्यालय के सामने शुरू हुए इस तीन दिवसीय धरना कार्यक्रम में इंटक के प्रदेश अध्यक्ष तथा पूर्व सांसद रामचंद्र खुंटिया तथा महासचिव किशोर तथा उपाध्यक्ष मदन मोहन नेतृत्व किया. इस अवसर पर खुंटिया ने बताया कि देश व राज्य में कोरोना की संक्रमण की स्थिति में लोगों को उचित स्वास्थ्य और रोजगार एवं आर्थिक सहायता प्रदान करने के बजाए सरकारें लाकडाउन व राजनीतिक आंदोलनों पर प्रतिबंध का लाभ लेते हुए विभिन्न श्रम कानूनों में संशोधन कर दिया है. साथ ही किसान विरोधी कानून भी पारित करवा दिया है. इसके खिलाफ यह सत्याग्रह व धरना किया जा रहा है. इसी तरह राज्य सरकार ने बिजली को बिजली के शुल्क को बढ़ाने का निर्णय लिया है. इसके खिलाफ भी आंदोलन किया जा रहा है. उन्होंने बताया कि आज से शुरू हुए इस आंदोलन आगामी 5 नवंबर तक चलेगा. धरना के अंतिम दिन राज्यपाल को एक ज्ञापन जिलाधिकारी के माध्यम से सौंपा जाएगा. उन्होंने बताया कि भुवनेश्वर के अलावा खुर्दा रोड, नयागढ़, जगतसिंहपुर, पुरी केंद्रापड़ा, जाजपुर, जाजपुर रोड, ढेंकानाल अनुगूल, सुंदरगढ़, राउरकेला, मयूरभंज, बलांगीर, रायगड़ा कोरापुट, गंजाम, बालेश्वर, भद्रक, संबलपुर, कटक समेत विभिन्न जिलों में आज से यह धरना प्रारंभ हुआ है.