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वेश्यालय से फरार होकर सुरक्षित संबलपुर पहुंची बालिका
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रेलवे पुलिस ने चाइल्ड लाइन के हवाले किया
संबलपुर। संबलपुर में एक घटना ने लोगों को झकझोर कर रख दिया है। हालांकि इस घटना से संबलपुर का कोई तालुकात नहीं है, लेकिन कुछ इस तरह घटना हुई है कि लोगों के बीच चर्चा बड़ी जोरों पर है। दरअसल, आज एक नाबालिग लड़की ने खुलासा किया कि चंद पैसों के लिए उसकी सौतेली मां ने चकले में बेच दिया था। इस खुलासे से लोगों के रोंगटे खड़े हो जा रहे हैं। उसने जो आपबीती सुनाई वह बहुत दर्दनाक है।लोगों के बीच चर्चा है कि चंद पैसे के लिए कोई भी मैं ऐसा कदम कैसे उठा सकती है। वह कोलकाता के एक शहर की रहने वाली है।
कोलकाता के ही एक वेश्यालय से फरार होकर यह मासूम नाबालिग सुरक्षित संबलपुर पहुंच गई। संबलपुर रेलवे स्टेशन में टीटीई ने बेटिकट इसको पकड़ा और रेलवे पुलिस के हवाले कर दिया। जब पुलिस ने उस बच्ची से पूछताछ आरंभ की तो उसने सारी हकीकत बयान कर दी। बच्ची की आपबीती काफी शर्मनाक और जेहन को झकझोर देने वाली निकली। उसने रेलवे पुलिस को बताया कि वह मूलत: कोलकाता की रहनेवाली है। कुछ साल पहले उसकी मां का निधन हो गया। जिससे कुछ महीने बाद ही उसके पिता ने दूसरा विवाह रचा लिया। घर में दूसरी मां आने के बाद उस मासूम बच्ची को लगा कि नयी मां उसका पूरा-पूरा ख्याल रखेगी और उसे अपनी स्वर्गीय मां की कमी और नहीं खलेगी। इस बीच उसके पिता की भी मौत हो गई। इसके बाद उस मासूम पर दुःखों का पहाड़ टूट पड़ा। बात-बात पर सौतेली मां उस पर अत्याचार ढाने लगी। अंतत: उसने कोलकाता के सोनागाछी में ले जाकर उस बालिका सौदा कर दिया। वहां पर उसे दो तीन दिनों तक एक कमरे में बंद कर रखा गया। इसके कारण उसका मनोबल पूरी तरह गिर चुका था। एक दिन उसे खरीदनेवाली महिला उसके पास पहुंची और उसे अनैतिक काम करने की सलाह दे डाली। इससे पहले की बालिका हैवानियत का शिकार होती, वेश्यालय की ही एक भद्र महिला ने उसकी सहायता की और किसी तरह उसे हावड़ा रेलवे स्टेशन पहुंचा दिया। आनन-फानन में बालिका संबलपुर आनेवाली ट्रेन में सवार हो गई और सीधा संबलपुर पहुंच गई। जब संबलपुर रेलवे स्टेशन में तैनात टीटीई ने उससे टिकट की मांग की तो उसने अपनी असमर्थता जाहिर की। संदेह के आधार पर उस टीटीई ने उस बालिका को रेलवे पुलिस के हवाले कर दिया। इसके बाद उस बालिका पर बीती आपबीती जग-जाहिर हुुई। मामले की संगीनता को देखते हुए रेलवे पुलिस ने उस मासूम को चाइल्ड लाइन के हवाले कर दिया। इसके बाद मासूम को एक आश्रयस्थल में पनाह दी गई है। अब उस बालिका का भविष्य क्या होगा, यह चाइल्ड लाइन के अगले कदमों से साबित होगा। क्या उस मासूम को पुन: उसकी सौतेली मां के पास भेज दिया जाएगा या फिर उसके पालन-पोषण का बेहतर प्रबंध किया जाएगा, इसे लेकर संबलपुर शहर के लोगों में चर्चा हो रही है।