पुरी/भुवनेश्वर. पूर्व मंत्री तथा पिपिलि के विधायक प्रदीप महारथी के पुरी में अंतिम संस्कार से पूर्व उनके अंतिम दर्शन के लिए उनके चेहतों की भीड़ उमड़ पड़ी. हालांकि कोरोना के कारण अंतिम संस्कार में इतने लोगों के शामिल होने की अनुमति नहीं है, लेकिन अपने विधायक को अंतिम विदाई देने वालों का यहां तांता लगा रहा.
पूर्व मंत्री तथा पिपिलि के विधायक प्रदीप महारथी ने शनिवार देर रात एक निजी अस्पताल में उन्होंने अंतिम सांस ली. वे 65 साल के थे. वह पहले कोरोना संक्रमित हो गये थे और बाद में स्वस्थ होने के बाद घर आ गये थे, लेकिन उनकी स्वास्थ्य फिर से बिगड़ने के कारण उन्हें फिर से अस्पताल में भर्ती कराया गया था. वे सात बार विधायक तथा दो बार मंत्री भी रहे. उनके निधन के समाचार मिलते ही लोगों में शोक व्याप्त हो गई. चार जुलाई 1955 को पुरी जिले के पिपिलि के खोरापड़ा गांव में जन्म लेने वाले प्रदीप महारथी छात्र जीवन से ही राजनीति में आये थे.
वह पुरी के सामंत चंद्रशेखर महाविद्यालय के छात्र संसद के लिए चुने गये थे. इसके बाद उन्होंने 1985 में पहली बार जनता पार्टी के टिकट से पहली बार ओडिशा विधानसभा के लिए चुने गये थे. इसके बाद वह 1990 में जनता दल के टिकट से चुने गये थे. इसके बाद वह 2000, 2004, 2009, 2014 व 2019 में बीजद के टिकट से विजयी हो कर विधानसभा में पहुंचे थे. 2011 व 2014 में वह राज्य सरकार में मंत्री भी बने थे.
प्रदीप महारथी के निधन पर राज्यपाल ने शोक व्यक्त किया
वरिष्ठ बीजद नेता तथा पूर्व मंत्री प्रदीप महारथी के निधन पर राज्यपाल प्रो गणेशीलाल ने शोक व्यक्त किया है. राज्यपाल गणेशीलाल ने अपने शोक संदेश में कहा कि वह एक लोकप्रिय जननेता तथा सक्षम विधाय़क थे. उनके असामयिक निधन राजनीति के क्षेत्र के लिए एक बड़ी क्षति है. राज्यपाल ने उनकी अमर आत्मा की सद्गति की कामना करने के साथ-साथ शोक संतप्त परिवार के प्रति संवेदना व्यक्त की है.
वास्तव में प्रदीप महारथी जनता के नेता थे – मुख्यमंत्री
वरिष्ठ बीजद नेता तथा पूर्व मंत्री प्रदीप महारथी के निधन पर मुख्यमंत्री नवीन पटनायक ने गहरा शोक व्यक्त किया है. उन्होंने अपने शोक व्यक्त करते हुए कहा कि प्रदीप महारथी बीजद के एक दृढ़ समर्थक व बीजू बाबू के पुराने सहयोगी थे. अपने संगठन कौशल के लिए वह परिचित थे. इस कारण वह सात बार विधानसभा के लिए चुने गये. वास्तव में वह जनता के नेता थे. मुख्यमंत्री ने महारथी के परिवार के प्रति संवेदना व्यक्त की है.
केन्द्रीय मंत्री धर्मेन्द्र प्रधान ने शोक व्यक्त किया
वरिष्ठ बीजद नेता तथा पूर्व मंत्री प्रदीप महारथी के निधन पर केन्द्रीय मंत्री धर्मेन्द्र प्रधान ने शोक व्यक्त किया है. उन्होंने ट्वीट कर कहा कि महारथी के निधन पर वह दुःखी हैं. वह एक अच्छे मिजाज के व्यक्ति थे तथा किसी भी मुद्दे पर स्पष्ट रुप से व बेबाकी से अपनी विशेष शैली में बात कह कर अपना एक परिचय बनाया था. लोगों के साथ रहना तथा उनके लिए दिन रात काम करना उनकी पहचान थी. उनके वियोग से राजनीतिक व सामाजिक जीवन में अपूरणीय क्षति हुई है. शोकसंतप्त परिवार को इसे सहन करने की धैर्य प्रदान करने की प्रभु से कामना करता हूं. उनकी आत्मा की सद्गति की कामना करता हूं.
केन्द्रीय मंत्री प्रताप षडंगी ने दुख जताया
केन्द्रीय मंत्री प्रताप षड़ंगी ने भी महारथी के निधन पर शोक व्यक्त किया है. उन्होंने ट्वीट कर कहा कि महारथी के निधन से वह दुःखी हैं. उनकी आत्मा की सद्गति की कामना करने के साथ-साथ इस दुःख को सहने की शक्ति देने हेतु श्रीजगन्नाथजी से प्रार्थना करता हूं.