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हृदयरोग एवं डायबीटिज से ग्रसित नब्बे वर्षीय शहनाज ने दी कोरोना को मात

  • कोविद सेंटर में बहू शाहिदा ने की पुरजोर सेवा

  • मुख्यमंत्री कार्यालय ने संदेश जारी कर शहनाज को दी शुभकामनाएं

राजेश बिभार, संबलपुर

सामूहिक संक्रमण का दंश झेल रहे संबलपुर जिला में मौत का तांडव जारी है. इस भयावह माहौल में शहर की एक नब्बे वर्षीय महिला शहनाज बेगम ने अपनी दृढ़ इच्छा शक्ति के बलपर इस लाइलाज बीमारी को मात देने में कामयाब रहीं. उनकी स्वस्थ होने में उनकी बहू शाहिदा बेगम की भूमिका महत्वपूर्ण रही. सांस रोग से पीड़ित शाहिदा अपनी बीमारी की परवाह किए बिना कोरोना से संक्रमित अपनी सास शहनाज बेगम के साथ कोविद सेंटर गई. वहां पर नियमित इलाज के साथ ही उन्होंने अपनी तरफ से पूरी सेवा की. इसका परिणाम सकारात्मक रहा और आज शहनाज स्वस्थ होकर अपने घर लौट चुकी हैं. मुख्यमंत्री कार्यालय ने भी शहनाज के स्वस्थ लाभ करने पर खुशी जाहिर किया है. मुख्यमंत्री कार्यालय की ओर से जारी संदेश जारी में शहनाज को उनके स्वस्थ जीवन की शुभकामना दी गई है. खास बात यह है कि सास के साथ कोविद सेंटर में रहने के बावजूद शाहिदा का स्वास्थ्य खराब नहीं हुआ और वह भी सकुशल अपने सास के साथ घर वापस लौट आई हैं. शहनाज के पुत्र तथा शहर के जानेमाने बीजद नेता मोहम्मद सनाउल्ला ने पत्रकारों को बताया कि पिछले 16 सितंबर को उनकी वृद्ध मां शहनाज बेगम की तबीयत बिगड़ गई. उन्होंने तत्काल उन्हें पैरासीटामोल की टेबलेट दी, किन्तु ज्वर नहीं उतरा. 18 सितंबर को डाक्टरों से सलाह लेने के बाद उन्होंने अपनी मां के स्वास्थ्य की जांच करायी, जिसमें उनकी मां कोरोना पॉजीटीव पाई गईं. इसके बाद दो दिनों तक उन्हें घर पर ही क्वारेंटाइन कर दिया गया. इसके बावजूद जब उनके स्वास्थ्य में किसी प्रकार की सुधार परिलक्षित नहीं हुई तो उनकी चिंता बढ़ गई. उन्होंने तत्काल उन्हें संबलपुर कोविद सेंटर मे दाखिल करा दिया. शहनाज हृदयरोग एवं डायबीटिज की बीमारी से भी ग्रसित थीं, ऐसे मे घर के लोगों ने उसे कोविद सेंटर में अकेला छोडऩा उचित नहीं समझा. उनकी बहू शाहिदा भी उनके साथ कोविद सेंटर चली गई. कोविद सेंटर में नियमिति इलाज एवं बहू के सेवा से शहनाज ने प्रत्येक बाधा को पार किया और आज स्वस्थ होकर जीवन की नई राह की सफर करने को तैयार हो गई हैं. निश्चित तौरपर हृदयरोग एवं डायबीटिज से ग्रसित शहनाज ने दृढ़ इच्छाशक्ति एवं मजबूत हौसले के बलपर इस संग्राम में जीत हासिल किया है. उनके इस हौसले एवं जज्बात को पूरा संबलपुर शहर सलाम करता है. फिलहाल शहनाज को शुभकामनाएं देने का दौर जारी है. बेटा सनाउल्ला भी मां की सकुशल घर वापसी पर काफी खुश नजर आ रहे हैं.

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