संबलपुर. संबलपुर के सचेतन नागरिकों ने कोविद सेंटरों में जारी अव्यवस्था के खिलाफ अब मुंह खोलना आरंभ किया है. उनका कहना है कि प्रशासनिक लापरवाही के कारण कोविद सेंटर में चिकित्साधीन मरीजों का सही इलाज नहीं हो पा रहा है. कोविद सेंटरों में आक्सीजन सिलिंडर का घोर अभाव देखा गया है. इसके कारण वहां पर चिकित्साधीन मरीजों को भारी समस्या का सामना करना पड़ रहा है. उन्होंने कई बार इस सिलसिले में जिला प्रशासन के आला अधिकारियों से बात किया, किन्तु उन कोविद सेंटरों में आक्सीजन सिलिंडर की संख्या बढ़ाए जाने की दिशा में उचित पदक्षेप नहीं उठाया गया. उनका आरोप है कि इसके अलावा शहर में क्वारेंटाइन किए गए कोरोना संक्रमितों का भी नियमित इलाज नहीं किया जा रहा है. इसके कारण कोरोना की समस्या और जटिल होती जा रही है. जिला प्रशासन की निष्क्रियता से तंग आकर ही उन्होंने जिला कार्यालय का रूख किया है. उनका कहना है कि कोविद सेंटरों में जारी अव्यवस्था के विरोध करते हुए उन्होंने डीएम के माध्यम से मुख्यमंत्री नवीन पटनायक को ज्ञापन सौपा है. जिसमें कोविद मरीजों को बेहतर चिकित्सा सेवा उपलब्ध कराए जाने की मांग की गई है. उनका कहना है कि उनकी मागों पर जल्द से जल्द विचार नहीं किया गया तो आनेवाले दिनों में वे आंदोलन करने का विवश होंगे. उस दौरान यदि कानून-व्यवस्था भंग होगी तो इसकी जिम्मेदारी जिला प्रशासन एवं प्रदेश सरकार को उठानी पड़ेगी. डीएम को ज्ञापन सौंपने वालों में भारती पंडा, तृप्तीमयी पंडा, स्वाधीन पंडा, महामाया बेहरा, हरिमोहन माझी आदि शामिल थे.
मंगलवार को 98 और कोरोना संक्रमितों की पहचान
सामूहिक संक्रमण का दंश क्षेत्र रहे संबलपुर जिला में मंगलवार को कोरोना संक्रमण के और 98 मामले सामने आए. संक्रमित सभी मरीजों को इलाज के लिए कोविद सेंटर में दाखिल कराया गया है.