-
विशेष राहत आयुक्त की गाइडलाइन को बीएमसी ने किया जारी
-
विधि को बचाय रखने के उद्देश्य से आयोजित की जाएगी पूजा
-
नहीं दिखेगा धूमधाम और मनोरंजन कार्यक्रमों पर रोक
-
नियमों को तोड़ने वालों पर होगी कार्रवाई
भुवनेश्वर. कोरोना के कारण इस बार ओडिशा में तथा भुवनेश्वर में दुर्गा पूजा, लक्ष्मी पूजा व काली पूजा फीकी रहेगी. केवल विधि को बचाय रखने के उद्देश्य से पूजा आयोजित की जाएगी. यह पूजा किसी प्रकार से धूमधाम से आयोजित नहीं हो सकेगी. विशेष राहत कमिश्नर द्वारा जारी गाइडलाइन को भुवनेश्वर नगर निगम ने आज ट्वीट कर इसकी जानकारी दी. इस गाइडलाइन के अनुसार, दुर्गा पूजा, गजलक्ष्मी पूजा व काली पूजा को लकेर शर्तें लगायी गई हैं.
किसी भी पूजा मंडप में पूजा करने के लिए जिला मजिस्ट्रेट या प्राधिकृत अधिकारियों से अनुमति लेना जरुरी होगा. मूर्ति की ऊंचाई चार फीट से अधिक नहीं हो सकेगी. पूजा पंडाल में कर्ता, पूजक व सहयोगियों को मिलाकर सात लोग ही रह सकेंगे. किसी भी भक्त को पूजा मंडप में आने की अनुमति नहीं होगी. मंडप के तीन साइड ढके जाएंगे. चौथा साइड भी ऐसा रहेगा कि जैसे किसी को मूर्ति की दर्शन नहीं हो सकेगा.
पूजा मंडप में उपस्थित सभी लोग सामाजिक दूरी, मास्क पहनने आदि कोविद गाइडलाइन का कड़ाई से पालन करेंगे. किसी भी स्थान पर मूर्ति विसर्जन के लिए शोभायात्रा नहीं निकाली जा सकेगी. किसी भी स्थान पर संगीत आधारित या फिर किसी अन्य प्रकार का मनोरंजन कार्यक्रम नहीं आयोजित किये जा सकेंगे. यदि किसी ने इसका उलंलंधन किया तो उसके खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी.