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पुरी में सामुहिक दुष्कर्म के मामले में मुख्यमंत्री त्यागपत्र दें – प्रतिपक्ष के नेता
भुवनेश्वर । लिफ्ट देने की बात कह कर पुरी जिले के निमापड़ा बस अड्डे से लेकर पुरी के पुलिस क्वाटर्स में सामूहिक दुष्कर्म किये जाने की एक सनसनीखेज घटना के बारे में जानकारी मिलने के बाद राज्य की राजनीति में उबाल आ गया है। मामले की गंभीरता को देखते हुए पुलिस ने आरोपित कांस्टेबल जीतेन्द्र सेठी को गिरफ्तार कर लिया है, जबकि तीन अन्य लोगों को हिरासत में लेकर पूछताछ कर रही है । यह घटना सोमवार देर शाम की है। पुरी के आरक्षी अधीक्षक व सेंट्रल रेंज के डीजी स्वयं इस घटना के जांच की निगरानी कर रहे हैं तथा राज्य के विभिन्न राजनैतिक दल इस मामले में विरोध प्रदर्शन शुरु कर दिया है। नाबालिग पीड़िता के बयान अनुसार वह भुवनेश्वर में रहती थी। सोमवार को वह अपने घर काकटपुर जा रही थी। निमापड़़ा में दोपहर के बाद होटल में भोजन करने के पश्चात खड़ी थी। उसकी एक बस चली गयी थी और वह दूसरी बस की प्रतीक्षा कर रही थी। तभी उसे अकेला देख कर आरोपित जीतेन्द्र व उनके तीन साथी आ कर लिफ्ट देने की बात कही, लेकिन जब वह राजी नहीं हुई तब उसने पुलिस होने का प्रमाण पत्र दिखा कर विश्वास प्राप्त किया । इसके बाद वह उनके कार में बैठी । जीतेन्द्र ने उसे काकटपुर लेने के बजाय पुरी लेकर आया । वहां से उसने उसे अपनी सरकारी क्वाटर्स में लेकर गया । जीतेन्द्र की पत्नी भी पुलिस में होने के कारण उसे एक क्वाटर मिला है । वहां चारों ने उसके साथ गलत व्यवहार किया । इसके बाद एक कमरे में लाक कर दो वहां से चले गये । इसके बाद जीतेन्द्र व उसके एक साथी ने उसके साथ दुष्कर्म किया। पीड़िता का कहना है कि उन्होंने शराब पीने के बाद दुष्कर्म किया तथा उसका वीडियो रिकार्डिंग भी की है, लेकिन काफी नशा सेवन करने के कारण कुछ समय बाद उनमें होश नहीं रहा। तभी वह बाहर जा रहे एक व्यक्ति को बोल कर दरबाजा खुलवाया व आरोपित कांस्टेबल के पर्स लेकर वहां से भाग निकली। इस पर्स में जीतेन्द्र के कागजाद था । इसके बाद पीड़िता पुरी के कुंभारपड़़ा थाने में पहुंची। इसके बाद स्थिति की गंभीरता को देखते हुए एसपी उमाशंकर दास समेत महिला डीएसपी व कुभांरपड़ा थाने के थानाधिकारी ने जांच शुरु की । जांच के तुरंत बाद जीतेन्द्र को गिरफ्तार कर लिया । तीन लोगों को और हिरासत में लेकर पूछताछ किया जा रहा है । पीड़िता की डाक्टरी चिकित्सा की जा रही है । देर शाम विभिन्न राजनैतिक पार्टी के नेता सड़क पर उतरे व एसपी से चर्चा की । एसपी ने उन्हें कड़ी कार्रवाई किये जाने का आश्वासन दिया है ।
पुरी में सामुहिक दुष्कर्म के मामले में मुख्यमंत्री त्यागपत्र दें – प्रतिपक्ष के नेता
पुरी में पुलिस क्वाटर में दुष्कर्म किये जाने के मामले में प्रतिपक्ष के नेता प्रदीप्त नायक ने मुख्यमंत्री नवीन पटनायक से त्यागपत्र की मांग की है । इस घटना पर प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए श्री नायक ने कहा कि पुरी में एक पुलिस कर्मचारी के असामाजिक लोगों द्वारा पुलिस क्वाटर में जिस ढंग से लड़की के साथ दुष्कर्म किये जाने की घटना सामने आयी है वह निंदनीय है । इस घटना गृह मंत्री के जिम्मेदारी संभाल रहे मुख्यमंत्री नवीन पटनायक को अपनी जिम्मेदारी लेनी चाहिए तथा नैतिकता के आधार पर त्यागपत्र देना चाहिए । उन्होंने कहा कि इस घटना से स्पष्ट हो गया है कि राज्य में कानून व्यवस्था अब बची नहीं है । कानून व्यवस्था बनाये रखना, सुरक्षा प्रदान करना जिसका काम है वही दुष्कर्म कर रहा है । पुलिस विभाग के मुखिया के तौर पर मुख्यमंत्री इससे बच नहीं सकते । इस मामले में राज्य की जनता उनसे स्पष्टीकरण चाहती है। उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री व बीजू जनता दल मां को सम्मान देने की बात करती है लेकिन उनकी पुलिस ही दुष्कर्मकारी बन गई है । ऐसे में नैतिकता का आधार उन्हें अपने पद से त्यागपत्र देना चाहिए।
पुरी दुष्कर्म मामला, 20 दिनों में होगा चार्जशीट – पुलिस डीआईजी
पुरी में पुलिस क्वाटर में नाबालिग लड़की के साथ दुष्कर्म के मामले को पुलिस ने प्राथमिकता के आधार पर लिया है। इस मामले की सुनवाई फास्ट ट्रैक न्यायालय में करने के लिए हम मांग करेंगे तथा 20 दिनों के अंदर इसमें हम चार्जशीट दाखिल करेंगे । सेंट्राल रेंज के डीआजी आशीष सिंह ने पुरी में एक संवाददाता सम्मेलन में यह जानकारी दी । उन्होंने बताया कि इस मामले में जांच के लिए चार टीमों का गठन किया गया है। प्रमुख आरोपित समेत दो लोगों को गिरफ्तार कर लिया गया है। उन्होंने कहा कि पुलिस इस मामले में विशेष अधिवक्ताओं की नियुक्ति सुनिश्चित करेगी, ताकि अभियुक्तों पर कठोर कार्रवाई की जा सके । पीड़ित लडकी का बयान सीआरपीसी की धारा 164 के तहत मजिस्ट्रेट के सामने रिकार्ड किया गया है । आईपीसी की धारा 363, 376 (डीए) व 396 के साथ साथ पोक्सो एक्ट के तहत भी मामला दर्ज किया गया है । उन्होंने बताया कि जीतेन्द्र पुलिस की नौकरी से बर्खास्त किया जा चुका था । इसके बाद भी उसने पुलिस का परिचय पत्र दिखाया । इस कारण उसके खिलाफ एक अन्य मामला भी दर्ज किया जा रहा है ।