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आवंटन के लिए तय किये जायेंगे मापदंड
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कोरोना को लेकर तीसरी और चौथी किस्त के मिलेंगे पांच-पांच हजार रुपये
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श्रीमंदिर में पत्थर गिरने का नहीं मिले हैं अब तक सबूत
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सेवायतों की हालत जानने के लिए किया जायेगा सर्वे
प्रमोद कुमार प्रुष्टि, पुरी
श्रीमंदिर के सेवायतों के लिए खुशी की खबर है. सबकुछ ठीकठाक रहा तो जरूरमंदों को उनका खुदका मकान मिल सकता है. जरूरत पड़ेगी तो श्रीमंदिर की जमीन इसके लिए प्रदान की जायेगी. यह जानकारी श्रीमंदिर के मुख्य प्रशासक डाक्टर किशन कुमार ने दी. उन्होंने बताया कि आज श्रीमंदिर संचालन समिति की एक महत्वपूर्ण बैठक में कई निर्णय लिये गये हैं. उन्होंने बताया कोरोना को लेकर जारी लाकडाउन और शटडाउन के कारण मंदिर बंद है. इस दौरान सेवायतों को आर्थिक मदद जारी रहेगी. सेवायतों की मदद के लिए जुलाई और अगस्त महीने के लिए पांच-पांच हजार रुपये की आर्थिक सहायता दी जायेगी. इससे पहले दो किस्त में पांच-पांच हजार रुपये दिये जा चुके हैं. अगस्त के बाद फिर बैठक होगी और स्थिति पर चर्चा होगी और समय के हिसाब से निर्णय लिया जायेगा.
साथ ही श्रीमंदिर के सेवायतों की स्थिति जानने के लिए सर्वे कराया जायेगा. 2014-15 में एक बार सर्वे हुआ था. अब फिर कराया जायेगा. उन्होंने बताया कि भुवनेश्वर की नवकृष्ण चौधरी सेंटर फार डेवलमेंट स्टडीज नामक संस्था की इसके लिए मदद ली जायेगी. इस दौरान सेवायतों के परिवार की संख्या, शिक्षा, आर्थिक और सामाजिक समेत अन्य परिस्थितियों की जानकारी संग्रह की जायेगी. इसके साथ ही बालिया पुरस्कार योजना दोगुना के रूप में चल रही है, वह चलती रहेगी.
बैठक में डिस्पेंसरी की समीक्षा करने का निर्णय लिया गया कि कैसे दवाएं अधिक मिलेंगी और इसका फायदा सेवायतों को मिलेगा.
इस बैठक में सबसे महत्वपूर्ण मुद्दा सेवायतों के लिए मकान को लेकर रहा है. उन्होंने बताया कि हाउसिंग शहरी विकास विभाग की योजना है. साथ ही प्रधानमंत्री अर्बन आवास योजना भी है. सरकार की बीएलसी कम्पोनेंट के माध्यम से श्रीमंदिर की तरफ से 200-250 तक के लिए हाउसिंग योजना तैयार की जायेगी. इस दौरान आर्थिक दृष्टिकोण के तहत देख-सुनकर आवास आवंटित किया जायेगा. इसको लेकर इस महीने के अंत तक रूपरेखा तय होगी.
मुख्य प्रशासक ने कहा कि छह जून को गर्भ गृप में पत्थर गिरने की खबर मिली है, लेकिन मंदिर प्रशासन और एएसआई के पास भी कोई सूचना नहीं है. कहीं से कोई भी सबूत नहीं मिला है. इस दौरान अणसर में सेवायत थे. उनके पास भी कुछ जानकारी नहीं है. यदि किसी के पास कोई तथ्य है, तो वह श्रीमंदिर संचालन समिति को प्रदान करे. विचार करने के लिए हम तैयार हैं. एएसआई को कुछ फोटो दिखायी गयी है. लेकिन रिपोर्ट आयी नहीं है. कुछ अधिक विध्न होनी की बात नहीं है. चार माल बांधने की फोटो देखी गयी है. पिछले साल की तस्वीर ढूंढकर मिलाया जायेगा. इससे बचने के लिए गर्भ गृह का डक्यूमेंटशन किया जायेगा. ताकि कुछ होने पर मिलाया जा सकेगा. चार-पांच सेवायतों की कमेटी गठित होगी और एक तकनीकी कमेटी पहले से है. आज इसके सदस्य भी बैठक में थे. सभी मिलकर काम करेंगे. रत्न सिंहासन में से कुछ पत्थर पदम् पाकोड़ा के पास से कोई पत्थर ले गया है. इस बारे में शिकायत आई थी. एएसआई अधिकारियों से हमने रिपोर्ट मांगी है. रिपोर्ट आने के बाद हम बता पाएंगे और इसके साथ गर्भगृह में कितना पत्थर लगा है इसके बारे में फोटो और वीडियो को लेकर एक तथ्य डॉक्यूमेंटेशन तैयार किए जाएंगे.