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2020 में कोरोना बना बदमाशों के लिए रहम का साया
शैलेश कुमार वर्मा, कटक
यहां के डीसीपी अखिलेश्वर सिंह के तीन साल का कार्यकाल बेमिशाल रहा है. तीन साल में उन्होंने 21 एनकाउंटर किया है. वर्ष 2017 में उन्होंने शुरुआती छह महीने में ही छह, 2018 में 10 और 2019 में पांच एनकाउंटर किया है. वैसे भी अखिलेश्वर सिंह को एनकाउंटर विशेषज्ञ माना जाता है. इन तीन सालों के कार्यकाल की सराहना कटक में हो रही है और लोगों का कहना है कि अपराध को खत्म करने के लिए ऐसे अधिकारियों को देश में जरूरत है. पुलिस विभाग के आंकड़े बता रहे हैं कि डीसीपी अखिलेश्वर सिंह ने कटक जिले में जिन 21 बदमाशों को मुठभेड़ में मार गिराया, उनमें से चार एनकाउंटर चौद्वार में हुए हैं. यहां वर्ष 2018 व 19 में दो-दो बदमाशों को उन्होंने मार गिराया है. जगतपुर में तीन बदमाश मारे गये. यहां 2018 में दो तथा 2019 में एक बदमाश मारा गया. इसी तरह से 2018 में चाउलियागंज में एक कुख्यात मार गिराया गया. मालगोदाम, बिडानसी. मर्कटनगर में 2017 में एक-एक अपराधी मारे गये. सीडीए फेस-2 में 2019 में एक बदमाश मारा गया. सदर में 2018 में चार बदमाश मारे गये. इसी तरह बारंग में 2019 में एक, बादामबाड़ी में 2017 में दो तथा मधुपाटना में 2018 में एक बदमाश को ढेर किया गया. हालांकि इस साल में कोरोना की महामारी भले आम जनता के लिए परेशानी और संकट खड़ा कर रखी है, लेकिन बदमाशों की रक्षा के लिए ढाल से कम नहीं है. इस साल में शुरू दो महीने के बाद से कोरोना का संकट शुरू हो गयी है. मार्च से सतर्कता बरतनी शुरू हो गयी और फिर लाकडाउन और शटडाउन का सिलसिला शुरू हो गया. अब तक कोरोना के भय के कारण अपराध की घटनाएं भी काफी कम देखने को मिली है. इक्के-दूक्के जो घटनाएं हुईं, उनके आरोपियों को पुलिस ने धर-दबोचा है.