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मुख्यमंत्री मोहन चरण माझी ने की घोषणा
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पहले वर्ष में 55%, दूसरे में 62% और तीसरे वर्ष में 67% की बढ़ोतरी
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नए स्टाइपेंड दरें 1 जनवरी 2026 से लागू
भुवनेश्वर। मुख्यमंत्री मोहन चरण माझी ने ओडिशा के सरकारी आयुर्वेदिक एवं होम्योपैथिक मेडिकल कॉलेजों में अध्ययनरत स्नातकोत्तर (पीजी) छात्रों के लिए स्टाइपेंड में बड़ी बढ़ोतरी की घोषणा की है। मुख्यमंत्री कार्यालय (सीएमओ) की ओर से जारी जानकारी के अनुसार यह निर्णय आयुर्वेद और होम्योपैथी चिकित्सा के क्षेत्र में छात्रों को प्रोत्साहित करने के उद्देश्य से लिया गया है।
120 पीजी छात्रों को मिलेगा सीधा लाभ
नए स्टाइपेंड दरें 1 जनवरी 2026 से प्रभावी होंगी, जिससे दोनों चिकित्सा पद्धतियों के कुल 120 पीजी छात्रों को लाभ मिलेगा। इस फैसले के तहत प्रथम वर्ष के पीजी छात्रों के स्टाइपेंड में 55 प्रतिशत की वृद्धि की गई है। पहले जहां उन्हें 31 हजार रुपये प्रतिमाह मिलते थे, अब यह बढ़कर 48 हजार रुपये हो गया है।
दूसरे और तीसरे वर्ष के छात्रों को भी बड़ी राहत
द्वितीय वर्ष के पीजी छात्रों का स्टाइपेंड 32 हजार रुपये से बढ़ाकर 52 हजार रुपये किया गया है, जो लगभग 62 प्रतिशत की वृद्धि है। वहीं तृतीय वर्ष के छात्रों का स्टाइपेंड 33 हजार रुपये से बढ़कर 55 हजार रुपये प्रतिमाह हो गया है, जो करीब 67 प्रतिशत की बढ़ोतरी दर्शाता है।
हाउस सर्जनों का स्टाइपेंड भी बढ़ा
सरकारी आयुर्वेदिक और होम्योपैथिक मेडिकल कॉलेजों में कार्यरत हाउस सर्जनों के स्टाइपेंड में भी उल्लेखनीय वृद्धि की गई है। उनका मासिक स्टाइपेंड 17 हजार रुपये से बढ़ाकर 30 हजार रुपये कर दिया गया है, जो चालू वर्ष की 1 अगस्त से लागू होगा।
शिक्षा और रोगी सेवा पर बेहतर फोकस की उम्मीद
मुख्यमंत्री मोहन चरण माझी ने उम्मीद जताई है कि इस फैसले से छात्र अपनी पढ़ाई और रोगी सेवा पर अधिक ध्यान दे सकेंगे। इससे राज्य में उच्च गुणवत्ता वाली स्वास्थ्य सेवाएं उपलब्ध कराने में भी मदद मिलेगी।
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