-
11वें तकनीकी सत्र में विशेषज्ञों ने सतत विकास के लिए नवाचार और जिम्मेदार दृष्टिकोण पर दिया जोर
भुवनेश्वर। इंडियन रोड्स कांग्रेस के 11वें तकनीकी सत्र में विशेषज्ञों ने कहा कि भारत की सड़क अवसंरचना को मजबूत और दीर्घकालिक बनाने के लिए तकनीक-संचालित, पारदर्शी और पर्यावरण-संवेदनशील दृष्टिकोण अपनाना आवश्यक है। उन्होंने जोर दिया कि स्मार्ट प्रबंधन, नवाचार और पारदर्शिता ही भविष्य के टिकाऊ विकास की नींव रखेंगे। सत्र का विषय कागज से क्रियान्वयन तक: कुशल एवं सतत सड़क परियोजना प्रबंधन के नवाचार समाधान था।
सत्र की अध्यक्षता वीके राजावत, डीजी (आरडी) एवं एसएस, सड़क परिवहन एवं राजमार्ग मंत्रालय ने की, जबकि सह-अध्यक्ष पंकज अग्रवाल, मुख्य अभियंता रहे।
इस अवसर पर विशेषज्ञों ने सड़क अवसंरचना में दक्षता, पारदर्शिता और नवाचार पर अपने अनुभव साझा किए।
डॉ विश्वजीत मुखोपाध्याय (एनएचएआई) ने नियामक स्वीकृतियों से जुड़ी चुनौतियों पर चर्चा की, वहीं ज्योति कुलकर्णी (पीएमजीएसवाई) ने ‘मेरी सड़क’ शिकायत निवारण प्लेटफ़ॉर्म की उपयोगिता पर प्रकाश डाला।
वीरेंद्र सिंह (एनएचएआई) ने परियोजना दक्षता बढ़ाने के उपायों पर जानकारी दी, जबकि इंजीनियर हेलन जेनेट एस एवं सुश्री रम्या देवी ए (सीपीआरआर प्रोजेक्ट) ने कृत्रिम बुद्धिमत्ता आधारित जोखिम और अनुबंध प्रबंधन के आधुनिक तरीकों पर प्रस्तुति दी।
Indo Asian Times । Hindi News Portal । इण्डो एशियन टाइम्स,। हिन्दी न्यूज । न रूकेगा, ना झुकेगा।।
