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भक्तों से अवैध रूप से धन वसूली और अनुशासन उल्लंघन का आरोप
पुरी। श्रीजगन्नाथ मंदिर प्रशासन (एसजेटीए) ने तीन सेवकों को उनके कर्तव्यों से निलंबित कर दिया है। उन पर भक्तों से अवैध रूप से धन वसूलने और मंदिर अनुशासन का उल्लंघन करने का आरोप है। मुख्य प्रशासक ने निलंबन आदेश जारी किया।
सूत्रों के अनुसार, ‘सुआर बाड़ू’ सेवायत नारायण पंडा और ‘खुंटिया’ सेवायत राजाराम खुंटिया को नाटमंडप के भीतर श्रद्धालुओं से बिना अनुमति धन लेने के आरोप में निलंबित किया गया। दोनों ने पिछले महीने बहार कथा क्षेत्र के पास श्रद्धालुओं से पैसे लिए और बाद में उसी राशि को लेकर आपस में विवाद भी किया।
वहीं, एक अन्य सेवक बेना महासुआर को मंदिर परिसर में डालडा (हाइड्रोजिनेटेड तेल) के प्रयोग को बढ़ावा देने के आरोप में दो महीने के लिए निलंबित किया गया है, जो कि मंदिर के नियमों के विरुद्ध है।
मंदिर प्रशासन ने चेतावनी दी है कि निलंबन अवधि के दौरान संबंधित सेवक किसी भी प्रकार का उपद्रव या अनुशासनहीनता नहीं करेंगे, अन्यथा उनके खिलाफ कठोर कार्रवाई की जाएगी। प्रशासन ने कहा कि मंदिर की पवित्रता और अनुशासन बनाए रखना सर्वोच्च प्राथमिकता है और भविष्य में ऐसे घटनाक्रम बर्दाश्त नहीं किए जाएंगे।
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