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कहा-भाईचारा, सौहार्द्र और सांस्कृतिक एकता की स्थापना के लिए राज्य सरकार प्रतिबद्ध
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परंपरा, स्वच्छता और अनुशासन का अद्भुत उदाहरण है छठ पूजा
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न्यू बालियात्रा में कुआखाई नदी तट पर छठव्रतियों को संबोधित
भुवनेश्वर। भुवनेश्वर के मंचेश्वर स्थित नवनिर्मित बालियात्रा मैदान में कुआखाई तट आयोजित छठ पूजा कार्यक्रम में मुख्यमंत्री मोहन चरण माझी शामिल हुए। इस अवसर पर उन्होंने कहा कि ओडिशा सरकार भाईचारा, सौहार्द और सांस्कृतिक एकता की परंपरा को सशक्त करने के लिए प्रतिबद्ध है और ओडिशा में छठ पूजा इस सांस्कृतिक एकता का प्रतीक है।
इस अवसर पर मुख्यमंत्री के साथ उनकी धर्मपत्नी डॉ प्रियंका मार्डी भी उपस्थित थीं। दोनों ने सभी धार्मिक विधि-विधान का पालन करते हुए सूर्य देव को अर्घ्य अर्पित किया और राज्यवासियों के सुख-समृद्धि की कामना की।
कुआखाई नदी तट पर मंच से छठव्रतियों को संबोधित करते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि छठ पर्व हमें यह सिखाता है कि जीवन का सच्चा आधार है-प्रकृति, जल, वायु और सूर्य की ऊर्जा। इस पर्व के माध्यम से हम प्रकृति और पर्यावरण के प्रति अपनी कृतज्ञता व्यक्त करते हैं और इससे प्रेरणा प्राप्त करते हैं।
छठ पर्व की सबसे बड़ी विशेषता बताई
मुख्यमंत्री ने आगे कहा कि छठ पर्व की सबसे बड़ी विशेषता यह है कि इसमें न कोई दिखावा होता है और न ही कोई आडंबर, केवल निष्ठा, आस्था और आत्मिक श्रद्धा होती है। यह पर्व स्वच्छता और अनुशासन का अद्भुत उदाहरण है और यही इसकी आत्मा है।
ओडिशा में छठपूजा उल्लास हर्ष का विषय
उन्होंने कहा कि परंपरागत रूप से छठ पूजा बिहार, झारखंड और उत्तर प्रदेश जैसे उत्तर भारतीय राज्यों में मनाई जाती है, परंतु अब ओडिशा में भी यह पर्व बड़े उल्लास और श्रद्धा के साथ मनाया जा रहा है, जो अत्यंत हर्ष का विषय है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि ओडिशा विकास के नए मार्ग पर आगे बढ़े, हमारे किसान, श्रमिक, युवा और मातृशक्ति सशक्त हों, तथा प्रत्येक घर में खुशियों का प्रकाश फैले, यही हमारी कामना है।
कार्यक्रम में बिस्वास के अध्यक्ष राजकुमार, उपाध्यक्ष अजय बहादुर सिंह, महासचिव अशोक भगत, आनंद मोहन सहित अनेक गणमान्य व्यक्ति उपस्थित थे।
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