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अंत्योदय गृह योजना की पहली किस्त जारी
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48,693 लाभार्थियों को मिली आर्थिक सहायता
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ग्रामीण क्षेत्रों में प्रशासनिक ढांचे को सुदृढ़ करने की दिशा में बड़ा कदम
भुवनेश्वर। मुख्यमंत्री मोहन चरण माझी ने रविवार को ओडिशा के विभिन्न जिलों में 471 नए ग्राम पंचायत कार्यालयों के निर्माण की आधारशिला रखी। इसी अवसर पर उन्होंने अंत्योदय गृह योजना के तहत 48,693 लाभार्थियों को पहली किस्त की आर्थिक सहायता भी वितरित की। यह कार्यक्रम लोक सेवा भवन स्थित मुख्यमंत्री सम्मेलन कक्ष से वर्चुअल माध्यम से आयोजित किया गया, जिसमें विभिन्न जिलों के अधिकारी और लाभार्थी जुड़े।
मुख्यमंत्री माझी ने कहा कि इन नए पंचायत कार्यालयों के निर्माण से ग्रामीण क्षेत्रों में प्रशासनिक पहुंच और सेवा वितरण व्यवस्था मजबूत होगी। उन्होंने बताया कि राज्य सरकार ग्रामीण स्तर पर शासन को अधिक पारदर्शी और सुलभ बनाने के लिए आवश्यक बुनियादी ढांचे के विस्तार पर विशेष ध्यान दे रही है।
अंत्योदय गृह योजना का तीसरा चरण शुरू
मुख्यमंत्री ने बताया कि अंत्योदय गृह योजना अब अपने तीसरे चरण में प्रवेश कर चुकी है। पहले चरण में 60,000 और दूसरे चरण में 50,000 लाभार्थियों को सहायता प्रदान की गई थी। वर्तमान चरण में 48,693 नए लाभार्थियों को पहली किस्त जारी की गई है। इस चरण में कलाहांडी और नुआपाड़ा जिलों को छोड़कर अन्य सभी जिलों के पात्र लाभार्थी शामिल किए गए हैं।
इन वर्गों को मिलेगा लाभ
सरकारी दिशा-निर्देशों के अनुसार, 40 प्रतिशत से अधिक दिव्यांगजन, विधवाएं, तथा गंभीर बीमारियों जैसे किडनी, हृदय, कैंसर या टीबी से पीड़ित व्यक्ति इस योजना के अंतर्गत पात्र हैं। इसके अलावा शहीदों के परिजन, पद्मश्री सम्मान प्राप्तकर्ता, तथा बाढ़, चक्रवात या आगजनी जैसी प्राकृतिक आपदाओं में घर गंवाने वाले परिवार भी इस योजना के तहत सहायता प्राप्त करेंगे।
हाथी हमलों के पीड़ित भी लाभार्थी
योजना में हाथी हमले में मृतक या घर नष्ट होने वाले परिवारों को भी लाभार्थी के रूप में शामिल किया गया है। मुख्यमंत्री ने कहा कि यह योजना समाज के सबसे कमजोर वर्गों को सम्मानजनक आवास उपलब्ध कराने की दिशा में राज्य सरकार की संवेदनशील और सर्वसमावेशी नीति का प्रतीक है।