-
स्नेहांगिनी छुरिया, जय ढोलकिया और घासीराम माझी आमने-सामने
-
जय ढोलकिया के भाजपा में शामिल होने से बीजद को लगा झटका
-
नवीन पटनायक ने स्नेहांगिनी को बताया गरीबों और महिलाओं की सशक्त आवाज
नुआपड़ा। नुआपड़ा विधानसभा उपचुनाव अब राज्य की सबसे दिलचस्प राजनीतिक जंग बन गया है। इस सीट पर बीजू जनता दल (बीजद) की स्नेहांगिनी छुरिया, भाजपा के जय ढोलकिया और कांग्रेस के घासीराम माझी के बीच त्रिकोणीय मुकाबला तय हो गया है। जय ढोलकिया के हाल ही में बीजद छोड़कर भाजपा में शामिल होने से बीजद को बड़ा झटका लगा है, क्योंकि इनके पिता राजेंद्र ढोलकिया लंबे समय से बीजद के स्थानीय जनाधार और संगठन से जुड़े रहे थे।
बीजद प्रमुख और पूर्व मुख्यमंत्री नवीन पटनायक ने स्नेहांगिनी छुरिया को पार्टी की उम्मीदवार घोषित करते हुए कहा कि वे पश्चिम ओडिशा की एक सशक्त महिला नेता हैं, जिन्होंने मंत्री रहते हुए गरीबों, महिलाओं और पिछड़े वर्गों के हित में उल्लेखनीय योगदान दिया है। उन्होंने कहा कि स्नेहांगिनी छुरिया हमारी पार्टी की एक मजबूत स्तंभ हैं। उन्होंने हमेशा समाज के वंचित तबके के अधिकारों के लिए संघर्ष किया है। हमें पूरा विश्वास है कि नुआपड़ा में वे विकास और न्याय की आवाज बनेंगी।
नुआपड़ा की जनता मेरा परिवार – स्नेहांगिनी
स्नेहांगिनी छुरिया ने उम्मीदवारी मिलने पर नवीन पटनायक का आभार जताते हुए कहा कि नुआपड़ा की जनता मेरा परिवार है। मैंने हमेशा गरीबों और महिलाओं के लिए काम किया है और यह संघर्ष जीवन भर जारी रहेगा। मैं वादा करती हूं कि कठिन से कठिन समय में भी नुआपड़ा के लोगों के साथ खड़ी रहूंगी।
बाहरी उम्मीदवार के आरोपों को किया खारिज
उन्होंने विपक्ष द्वारा लगाए गए ‘बाहरी उम्मीदवार’ के आरोपों को सिरे से खारिज करते हुए कहा कि वे नुआपड़ा की मिट्टी से जुड़ी हैं और जनता का विश्वास उनके साथ है।
पिता के निधन के बाद जय ढोलकिया अब भाजपा में शामिल होकर नुआपड़ा में अपनी नई राजनीतिक पारी खेल रहे हैं। मुख्यमंत्री मोहन चरण माझी ने स्वयं नुआपड़ा में रैली कर ढोलकिया को स्थानीय और विश्वसनीय चेहरा बताते हुए कहा कि “जय ढोलकिया अपने पिता की तरह जनता के बीच लोकप्रिय हैं और अब भाजपा के नेतृत्व में नुआपड़ा के विकास की नई कहानी लिखेंगे। मुख्यमंत्री ने यह भी कहा कि बीजद के पास स्थानीय नेता नहीं बचे, इसलिए उन्हें बाहरी उम्मीदवार लानी पड़ी।
छुरिया ने ढोलकिया पर तीखा हमला बोला
वहीं, स्नेहांगिनी छुरिया ने ढोलकिया पर तीखा हमला बोलते हुए कहा कि उन्होंने अपने पिता की विरासत और सम्मान को बेचा है। उन्होंने कहा, “जय ढोलकिया ने अपने पिता की राजनीति की गरिमा को गिरवी रख दिया है। जिन्होंने अपने बाप की प्रतिष्ठा का सौदा किया हो, उन्हें जनता माफ नहीं करेगी।
इधर, कांग्रेस ने घासीराम माझी को मैदान में उतरा है। राजनीतिक विश्लेषकों का मानना है कि यह उपचुनाव न केवल स्थानीय प्रभाव का परीक्षण होगा, बल्कि इससे पश्चिम ओडिशा की राजनीति की दिशा भी तय होगी। तीनों दलों ने नुआपड़ा को अपनी प्रतिष्ठा का सवाल बना लिया है और आने वाले दिनों में यहां का प्रचार अभियान और भी तेज और तीखा होने की उम्मीद है।