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भाजपा ने लगाया जनता को गुमराह करने का आरोप
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अमित मालवीय बोले – ममता ने तथ्य तोड़े-मरोड़े
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सांसद बांसुरी स्वराज ने कहा – अपराधियों को छोड़ महिलाओं को दोष देना शर्मनाक
भुवनेश्वर/कोलकाता। दुर्गापुर में ओडिशा की एक मेडिकल छात्रा से हुए सामूहिक दुष्कर्म मामले को लेकर पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी के बयान पर राजनीतिक विवाद और गहराता जा रहा है। भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) ने ममता बनर्जी पर आरोप लगाया है कि उन्होंने घटना से जुड़े तथ्यों को तोड़-मरोड़कर जनता को गुमराह किया है।
भाजपा आईटी सेल प्रमुख अमित मालवीय ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर दस्तावेज साझा करते हुए कहा कि मुख्यमंत्री ने घटना के समय और स्थान को लेकर गलत जानकारी दी। उन्होंने लिखा कि ममता बनर्जी ने दावा किया कि छात्रा रात 12:30 बजे कैंपस से बाहर निकली थी, जबकि कॉलेज के आधिकारिक रिकॉर्ड बताते हैं कि वह रात 8 बजे के आसपास कैंपस से निकली थी। मुख्यमंत्री को इतने संवेदनशील मामले में टिप्पणी करने से पहले तथ्य जांचने चाहिए।
मालवीय ने यह भी स्पष्ट किया कि यह घटना कॉलेज परिसर के बाहर हुई थी, न कि अंदर, जैसा कि मुख्यमंत्री ने संकेत दिया था। उन्होंने कहा कि कॉलेज प्रशासन को दोष देना अनुचित है और यह मामला राज्य की कानून-व्यवस्था की विफलता को दर्शाता है।
लड़कियों को रात में बाहर न जाने की सलाह शर्मनाक – बांसुरी स्वराज
ममता बनर्जी के उस विवादित बयान पर, जिसमें उन्होंने कहा था कि “लड़कियों को देर रात बाहर नहीं निकलना चाहिए, भाजपा सांसद बांसुरी स्वराज ने कड़ी प्रतिक्रिया दी। उन्होंने कहा कि एक महिला मुख्यमंत्री से ऐसी असंवेदनशील और पिछड़ी सोच की उम्मीद नहीं थी। अपराधियों को जवाबदेह ठहराने के बजाय महिलाओं को दोष देना बेहद शर्मनाक है।
महिला अधिकार कार्यकर्ताओं ने भी ममता बनर्जी की टिप्पणी को पीड़िता को ही दोष देने की प्रवृत्ति बताया है और कहा है कि यह बयान समाज में महिलाओं की सुरक्षा और सम्मान की भावना को कमजोर करता है।
दुर्गापुर गैंगरेप का पांचवां आरोपी गिरफ्तार
सामूहिक दुष्कर्म मामले में पुलिस को बड़ी सफलता मिली है। पुलिस ने सोमवार को पांचवें आरोपी सैफिन उल को गिरफ्तार कर लिया है। इसके साथ ही अब तक कुल पांच आरोपियों को हिरासत में लिया जा चुका है।
इससे पहले पुलिस ने घटना के 36 घंटे के भीतर तीन आरोपियों को पकड़ा था, जबकि चौथा आरोपी रविवार को गिरफ्तार हुआ था। सभी गिरफ्तार आरोपी आपू बाउरी, फिर्दोस शेख, नसीरुद्दीन, रियाजुल शेख और अब सैफिन उल को 10 दिन की पुलिस रिमांड पर भेजा गया है। पुलिस उनसे पूछताछ कर उनके भूमिकाओं और संभावित अन्य सहयोगियों का पता लगाने में जुटी है।
ड्रोन से इलाके की तलाशी
सूत्रों के अनुसार, अपराध स्थल की जांच के लिए पुलिस ने ड्रोन कैमरे का उपयोग किया है। यह इलाका शोभापुर के पीछे स्थित अस्पताल भवन के पास का घना जंगल क्षेत्र है, जहां तक पहुंचना पुलिस के लिए मुश्किल रहा।
अस्पताल के बाहर प्रदर्शन और अभिभावकों का गुस्सा
घटना के बाद दुर्गापुर के आईक्यू अस्पताल के बाहर तनाव का माहौल बना हुआ है। वहां इलाजरत छात्रा के समर्थन में अभिभावक और अन्य छात्रों ने प्रदर्शन किया। उन्होंने कॉलेज प्रशासन से मुलाकात की मांग की और कहा कि छात्रों की सुरक्षा के लिए सख्त कदम उठाए जाएं।