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सुरक्षा के कड़े इंतजामों के बीच उमड़ा भक्तों का सैलाब
भुवनेश्वर। दशहरा के बाद ओडिशा में मनाया जाने वाला प्रमुख सामुदायिक त्योहार गजलक्ष्मी पूजा इस वर्ष भी उत्साह और श्रद्धा के साथ धूमधाम से मनाया जा रहा है। राज्यभर में आकर्षक और भव्य पंडाल सजाए गए हैं, जिनमें चांदी और सोने के आभूषणों से सुसज्जित मां लक्ष्मी की भव्य प्रतिमाएं स्थापित की गई हैं।
त्योहार के दौरान बड़ी संख्या में श्रद्धालुओं की भीड़ को देखते हुए राज्य प्रशासन ने सुरक्षा के कड़े इंतजाम किए हैं। खासतौर पर केंद्रापड़ा और ढेंकानाल में पुलिस बल की तैनाती बढ़ाई गई है ताकि पूजा शांतिपूर्ण ढंग से सम्पन्न हो सके।
केंद्रापड़ा में सुरक्षा के सख्त इंतजाम
केंद्रापड़ा के एसपी सिद्धार्थ कटारिया ने बताया कि गजलक्ष्मी पूजा के दौरान कानून-व्यवस्था बनाए रखने के लिए 30 प्लाटून पुलिस बल की तैनाती की गई है। इसके साथ ही शहर में 7 अस्थायी पुलिस सहायता केंद्र बनाए गए हैं।
श्रद्धालुओं की सुरक्षा के लिए 40 सीसीटीवी कैमरे और 2 ड्रोन कैमरे लगाए गए हैं। रविवार शाम को पुलिस ने पूरे शहर में फ्लैग मार्च भी किया था। सूत्रों के अनुसार, इस वर्ष केंद्रापड़ा शहर में 68 मंडपों में गजलक्ष्मी पूजा मनाई जा रही है। सुबह से ही श्रद्धालु पंडालों में पहुंचकर मां लक्ष्मी के दर्शन कर आशीर्वाद ले रहे हैं।
केंद्रापड़ा के कलेक्टर रघुराम आर अय्यर ने बताया कि आठ दिन तक चलने वाला यह पर्व 13 अक्टूबर को संपन्न होगा। प्रशासन ने पूजा पंडालों में रात के समय श्रद्धालुओं की सुविधा के लिए निरंतर बिजली आपूर्ति सुनिश्चित की है।
ढेंकानाल में भी कड़ी निगरानी
इसी प्रकार, ढेंकानाल में भी लक्ष्मी पूजा के दौरान शांति व्यवस्था बनाए रखने के लिए विस्तृत सुरक्षा व्यवस्था की गई है। ढेंकानाल के एसपी अभिनव सोनकर ने वरिष्ठ पुलिस अधिकारियों के साथ बैठक कर तैयारियों की समीक्षा की। उन्होंने बताया कि पूजा के लिए 24 प्लाटून पुलिस बल तैनात किया गया है। प्रशासन ने असामाजिक तत्वों, नशे में धुत लोगों और छेड़छाड़ जैसी घटनाओं पर अंकुश लगाने के लिए विशेष निगरानी की व्यवस्था की है। शहर में यातायात को सुचारु बनाए रखने के लिए भी विशेष प्रबंध किए गए हैं।
ढेंकानाल शहर में इस बार 39 मंडपों में लक्ष्मी पूजा मनाई जा रही है। यहां का त्योहार 15 अक्टूबर को प्रतिमाओं के विसर्जन के साथ संपन्न होगा।
श्रद्धा और उमंग से भरा माहौल
पूरे राज्य में लक्ष्मी पूजा को लेकर उत्सव का खास माहौल देखने को मिल रहा है। श्रद्धालु सुबह से ही पंडालों में जाकर मां लक्ष्मी की पूजा-अर्चना कर रहे हैं। रात्रि में रोशनी से जगमगाते पंडाल और सजे हुए बाजारों ने शहरों की रौनक बढ़ा दी है। भव्य सजावट, सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम और श्रद्धालुओं की भीड़ के बीच इस वर्ष का लक्ष्मी पूजा उत्सव ओडिशा की परंपरा और सामुदायिक सौहार्द का अनूठा उदाहरण पेश कर रहा है।