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ओडिशा से मानसून की वापसी में हो सकती है देरी
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विभिन्न मौसम एजेंसियों ने भी दिए संकेत
भुवनेश्वर। भारतीय मौसम विज्ञान विभाग (आईएमडी) के अनुसार, ओडिशा में 10 अक्टूबर तक जारी रहने वाली गरज के साथ बारिश के बीच इस सप्ताह के उत्तरार्ध में उत्तरी बंगाल की खाड़ी के ऊपर एक नया चक्रवाती परिसंचरण और निम्न दबाव का क्षेत्र बन सकता है।
भुवनेश्वर मौसम विज्ञान केंद्र की निदेशक मनोरमा मोहंती ने कहा कि आने वाले दिनों में नए मौसम तंत्र की शक्ति और प्रक्षेप पथ स्पष्ट हो जाएगा। उन्होंने आगे कहा कि हम ओडिशा पर किसी भी संभावित प्रभाव सहित विस्तृत जानकारी प्राप्त करने के लिए मौसम पर सक्रिय रूप से नजर रख रहे हैं।
आईएमडी के विस्तारित पूर्वानुमान के अनुसार, आईएमडी-जीएफएस मॉडल 5 अक्टूबर के आसपास उत्तरी अंडमान सागर के ऊपर एक ऊपरी वायु चक्रवाती परिसंचरण के विकास का संकेत दे रहा है, जो उत्तर-उत्तर-पश्चिम दिशा में बंगाल की खाड़ी की ओर बढ़ेगा और 9 अक्टूबर के आसपास उत्तरी बंगाल की खाड़ी के ऊपर एक निम्न दबाव के क्षेत्र का निर्माण होगा।
आईएमडी-जीएफएस मॉडल 7 अक्टूबर के आसपास उत्तरी बंगाल की खाड़ी के ऊपर एक निम्न दबाव के क्षेत्र के विकास का भी संकेत दे रहा है। भारत पूर्वानुमान प्रणाली 10 अक्टूबर के आसपास उत्तर-पश्चिम बंगाल की खाड़ी के ऊपर एक निम्न दबाव के क्षेत्र के विकास का संकेत दे रही है।
एनसीईपी-जीएफएस भी 9 अक्टूबर के आसपास उत्तरी बंगाल की खाड़ी के ऊपर एक चक्रवाती परिसंचरण और निम्न दबाव के क्षेत्र के विकास का संकेत दे रहा है। एनसीयूएम (जी) भी 10 अक्टूबर के आसपास उत्तरी बंगाल की खाड़ी के ऊपर एक निम्न दबाव के क्षेत्र के विकास का संकेत दे रहा है।
ईसीएमडब्ल्यूएफ उप-मौसमी पूर्वानुमान 6-20 अक्टूबर के दौरान किसी चक्रवातजनन की संभावना का संकेत नहीं दे रहे हैं।
चालू दक्षिण-पश्चिम मानसून में 15 निम्न दबाव के क्षेत्र बने
गौरतलब है कि चालू दक्षिण-पश्चिम मानसून के दौरान 15 निम्न दबाव के क्षेत्र बने हैं और 1 जून से पूरे ओडिशा में भारी वर्षा हुई है।
ताजा मौसम प्रणाली इस वर्ष मानसून की वापसी में भी देरी कर सकती है। दक्षिण-पश्चिम मानसून आमतौर पर 10 से 15 अक्टूबर के बीच राज्य से विदा हो जाता है।
कई जिलों में होगी बारिश
इस बीच, मौसम विभाग ने अगले 24 घंटे के दौरान सुंदरगढ़, झारसुगुड़ा, बरगढ़, संबलपुर, देवगढ़, अनुगूल, ढेंकानाल, केंदुझर, मयूरभंज, बालेश्वर, भद्रक, जाजपुर, केंद्रापड़ा, कटक, जगतसिंहपुर, पुरी, खुर्दा, नयागढ़, गंजाम और गजपति जिलों में एक-दो स्थानों पर गरज के साथ छींटे पड़ने और 30-40 किमी प्रति घंटे की गति से तेज हवाएं चलने की पीली चेतावनी जारी की है।
अगले दो दिनों के दौरान केंदुझर, मयूरभंज, बालेश्वर, भद्रक, जाजपुर, केंद्रपाड़ा, कटक, जगतसिंहपुर, पुरी, खुर्दा, नयागढ़, गंजम और गजपति जिलों में भी इसी तरह का मौसम बना रह सकता है।
मौसम विभाग के अनुसार, नमी की उपलब्धता के कारण राज्य के कुछ हिस्सों में गरज के साथ बारिश हो सकती है। इस दौरान राज्य भर में कुछ स्थानों पर हल्की से मध्यम बारिश भी हो सकती है, क्योंकि उत्तरी तटीय ओडिशा से पूर्वी तेलंगाना तक, आंतरिक ओडिशा और दक्षिणी छत्तीसगढ़ होते हुए एक ट्रफ रेखा बनी हुई है, साथ ही पूर्वोत्तर झारखंड और आसपास के क्षेत्रों में एक चक्रवाती हवाओं का क्षेत्र भी बना हुआ है।