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दुर्गा पूजा पर खतरे के बादल मंडराए
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आईएमडी ने जारी किया अलर्ट, भारी बारिश और तेज़ हवाओं की चेतावनी
भुवनेश्वर। ओडिशा में दुर्गा पूजा की तैयारियों के बीच मौसम ने चिंता बढ़ा दी है। भारतीय मौसम विभाग (आईएमडी) ने पुष्टि की है कि सोमवार सुबह करीब 5:30 बजे बंगाल की खाड़ी के उत्तर-पूर्वी हिस्से और दक्षिण बांग्लादेश- म्यांमार के तटीय क्षेत्रों के पास एक निम्न दबाव का क्षेत्र गठित हुआ है।
आईएमडी ने चेतावनी दी है कि यह प्रणाली अगले 24 घंटों में उत्तर-पश्चिम दिशा में बढ़ते हुए और अधिक मजबूत होकर डिप्रेशन में बदल सकती है। इसका सीधा असर ओडिशा में चल रहे दुर्गा पूजा उत्सवों पर पड़ सकता है।
उत्तरी ओडिशा में ऑरेंज अलर्ट जारी
भुवनेश्वर स्थित आईएमडी के क्षेत्रीय मौसम विज्ञान केंद्र ने बताया कि उत्तरी ओडिशा के केंदुझर और मयूरभंज जिलों में भारी से अति भारी वर्षा की संभावना है। यहां ऑरेंज अलर्ट जारी किया गया है।
28 जिलों के लिए येलो अलर्ट
शेष 28 जिलों के लिए येलो अलर्ट लागू है और लोगों को 26 सितंबर तक बारिश और तेज़ हवाओं के लिए तैयार रहने की सलाह दी गई है। अनुमान है कि इस दौरान हवा की रफ्तार 50-60 किलोमीटर प्रति घंटे तक पहुंच सकती है।
दूसरा निम्न दबाव का क्षेत्र भी बनेगा
मौसम विभाग ने संकेत दिया है कि यह बरसात केवल एक दौर तक सीमित नहीं रहेगी। 30 सितंबर को म्यांमार तट के पास एक और चक्रवाती परिसंचरण बनने की संभावना है, जो 1 अक्टूबर तक निम्न दबाव क्षेत्र में बदल सकता है। इससे 1 और 2 अक्टूबर को भी ओडिशा में हल्की से मध्यम बारिश होगी और दुर्गा पूजा के बाद तक बरसात का दौर जारी रह सकता है।
पूजा पर पड़ सकता है असर
आईएमडी की भविष्यवाणी के अनुसार, 23 और 24 सितंबर को हल्की बारिश होगी, लेकिन 26 सितंबर से बारिश का दौर तेज़ होगा, जो शष्ठी और सप्तमी जैसे महत्वपूर्ण दिनों से मेल खाता है। विशेषज्ञों का कहना है कि बारिश के कारण पूजा पंडालों में दर्शन, सांस्कृतिक कार्यक्रम और सामूहिक आयोजनों पर असर पड़ सकता है। तटीय और आंतरिक जिलों में लोगों को कठिनाई झेलनी पड़ सकती है।
दशमी तक बारिश में कमी आने की संभावना
हालांकि, राहत की बात यह है कि दशमी तक बारिश में कमी आने की संभावना जताई गई है। इससे प्रतिमा विसर्जन और शोभायात्राओं में कुछ सहूलियत मिल सकती है।