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विवाद में आने के बाद गयीं छुट्टी पर
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पूछताछ के लिए विजिलेंस ने थाने में लगाया पहरा
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पुलिस विभाग में मचा हुआ है हड़कंप
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एक साल में रिश्वत लेने का दूसरा मामला
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जनता के बीच से उठा पुलिस के प्रति विश्वास
गोविंद राठी, बालेश्वर
टाउन थाना की आईआईसी विजिलेंस विभाग के रडार पर आ गयी हैं. विवाद में आने के बाद वह छुट्टी पर चली गयी हैं, जिससे जिले के पुलिस विभाग में हड़कंप मच गया है. इधर, टाउन थाना के एसआई बिमलचंद्र कर और दलाल संतोष कुमार दास, जिन्हें भूमि विवाद के निपटारे के लिए रिश्वत लेते हुए गिरफ्तार किया गया था, को अदालत में पेश किया गया, लेकिन उनको जमानत नहीं मिली. थाना के एसआई के रिश्वत लेते समय गिरफ्तार होने के बाद थाने के बाकी सभी कर्मचारियों में हड़कंप मची हुई है.
बालेश्वर में सबसे संवेदनशील थानों में से एक है टाउन पुलिस स्टेशन, लेकिन पुलिस के रवैये ने जनता के बीच अपना विश्वास खो दिया है. पुलिस की निष्क्रियता के कारण इस थाना क्षेत्र में कानून व्यवस्था की धज्जियां उड़ी हुई हैं. यहां तक कि मजिस्ट्रेट भी बालेश्वर टाउन थाना क्षेत्र में असुरक्षित हैं. सदर तहसीलदार पंचानन पात्र पिछले शनिवार को साप्ताहिक शटडाउन में देखरेख कर रहे थे. इस दौरान सार्वजनिक रूप से उनसे दुर्व्यवहार किया गया और धमकी दी गई थी, यह स्पष्ट रूप से पुलिस की अक्षमता साबित करता है. सबसे महत्वपूर्ण बात है कि शहर की पुलिस ने अभी तक संदिग्ध को गिरफ्तार नहीं किया है.
थाने के अंदर पुलिस, अधिकारियों के साथ अपराधियों के बैठकर अड्डा जमाने की शिकायत विभिन्न समय सामने आई है. इस बात का धमाकेदार उदाहरण बुधवार रात की रिश्वत की घटना है. पिछले साल 17 अप्रैल को टाउन थाने के एक एएसआई नरहरि महालिक को एक व्यक्ति से भूमि विवाद को हल करने के लिए 10 हजार रुपये नकद रिश्वत लेते समय सतर्कता विभाग ने गिरफ्तार किया था.
एक वर्ष में पुलिस की छवि को धूमिल करने वाली यह दूसरी घटना है. इसी पुलिस स्टेशन से रिश्वत लेने के लिए दो पुलिस अधिकारियों को गिरफ्तार किया गया जा चुका है. बुधवार को हुए रिश्वत के मामले में थाने के एसआई सहित एक अन्य दलाल की गिरफ्तारी के बाद टाउन थाना अधिकारी के भी इस मामले में जुड़े होने की सूचना से लोगों में चर्चा का माहौल गरम हो गया है. सतर्कता एसपी संतोष कुमार मिश्र ने कहा कि उचित सबूतों के अभाव में आईआईसी के खिलाफ कोई कार्रवाई नहीं की गई.
कल गिरफ्तारी के बाद विजिलेंस ने एसआई और दलाल वकिल से लंबी पूछताछ की. दोनों आरोपियों ने इस मामले में आईआईसी के हाथ होने की बात स्वीकार की है. इसके आधार पर सतर्कता विभाग का एक दल बुधवार रात में आईआईसी से पूछताछ करने के लिए थाना गया, लेकिन वह थाने में नहीं थीं. इसी तरह गुरुवार को पूरे दिन विजिलेंस टीम ने थाने में पहरा दे रखा था, लेकिन आईआईसी पुलिस स्टेशन में नहीं आयीं.
विजिलेंस के एसपी मिश्रा ने कहा कि जो भी है, वह जांच में सब सामने आएगा. दूसरी ओर, आईआईसी सरोजिनी नायक से बार-बार संपर्क किया गया, लेकिन उन्होंने फोन नहीं उठाया. सिटी डीएसपी मनोज राउत से पूछने पर उन्होंने कहा की टाउन पुलिस आईआईसी व्यक्तिगत कारणों से दो दिन की छुट्टी पर हैं.